
एसबीजीबीटी के आठवें स्थापना दिवस पर हुआ ज़िला स्तरीय सम्मान समागम का आयोजन
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली प्रतिभाओं का किया
डॉ सत्यपाल सिंह मीना आईआरएस ने दोहराया बाड़ी को “एजुकेशन हब” बनाने का संकल्प।
रिपोर्ट – नाहर सिंह मीना धौलपुर
बाड़ी /धौलपुर, 22मई। ग्रामीण क्षेत्रों में रचनात्मक कार्यों से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए कृत-संकल्पित सोच बदलो-गांव बदलो टीम का 8 वां स्थापना दिवस उत्थान परिसर बाड़ी में मनाया गया। इस अवसर पर सोच बदलो-गांव बदलो टीम एवं अखिल भारतीय मीना समाज के सौजन्य से ज़िले की विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
सोच बदलो-गांव बदलो टीम की स्थापना 21 मई 2017 में ग्रामीण क्षेत्रों में जनचेतना यात्रा के साथ हुई। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में समाजोत्थान के कार्यों में जन-भागीदारी सुनिश्चित करते हुए जन-जागरूकता , ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षिक उन्नयन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करना है। टीम संस्थागत रूप से लोगों में रक्तदान के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने हेतु प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन करती है; जिसमें युवा एवं महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। सोच बदलो-गांव बदलो अभियान के अंतर्गत यह टीम ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब एवं ज़रूरतमंद विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी एवं बोर्ड परीक्षाओं की निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध करा रही है। इसके लिए सरमथुरा में बहुउद्देशीय उत्थान भवन में उत्थान कोचिंग संस्थान के अतिरिक्त, उत्थान लाइब्रेरी एवं उत्थान आरएस सीआईटी कंप्यूटर क्लासेज का संचालन किया जा रहा है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों ज़रूरतमंद विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।
उत्थान की संकल्पना को आगे बढ़ाते हुए सोच बदलो-गांव बदलो टीम के द्वारा बाड़ी के उत्थान परिसर में भी निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अतिरिक्त इस मुहिम में करौली एवं नादौती में भी निःशुल्क कोचिंग संस्थान संचालित हैं जो कि सोच बदलो-गांव बदलो अभियान की सफलता को इंगित करते हैं। ज्ञातव्य है कि सामाजिक सरोकारों से संबद्ध इस अभियान के जन्मदाता डॉ सत्यपाल सिंह मीना आईआरएस अधिकारी के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों युवा “पे बैक टू सोसायटी” के सिद्धांत पर कार्य करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
एक दर्जन से अधिक श्रेणियों में समाज की प्रतिभाओं का किया गया सम्मान
टीम के कार्यकर्ता रामनरेश मीना ने बताया कि टीम के स्थापना दिवस दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित प्रतिभा सम्मान समागम में एक दर्जन से अधिक श्रेणियों में प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। इन श्रेणियों में शैक्षिक सत्र 2022-23 के दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में 80 फ़ीसदी से अधिक अंक अर्जित करने वाले अभ्यर्थी, स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में 70 फ़ीसदी से अधिक अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थी, वर्ष 2023 में नीट, आईआईटी जेईई, जेआरएफ परीक्षाओं में चयनित विद्यार्थियों के अलावा वर्ष 2023 में विभिन्न सरकारी सेवाओं में चयनित सरकारी कर्मचारी एवं वर्ष 2023 में सरकारी सेवाओं से सेवानिवृत्ति प्राप्त गणमान्यजन भी सम्मानित किए गए। इस अवसर पर कृषि, पशुपालन एवं चिकित्सा आदि क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया एवं विगत वर्ष 25 दिसंबर को एक सौ से अधिक गांवों में आयोजित शिक्षा पाओ-ज्ञान बढ़ाओ प्रतियोगिता के कक्षा छठवीं से 12 वीं तक के जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ तीन-तीन प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। विशाल प्रतिभा सम्मान समागम के आयोजन के लिए टीम की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किए गए। लगभग छह सौ से अधिक प्राप्त ऑनलाइन आवेदनों के सत्यापन के बाद सम्मान समारोह के लिए पात्र अभ्यर्थियों को आमंत्रित किया गया।
सम्मान समारोह में सोच बदलो-गांव बदलो अभियान के प्रणेता आयकर आयुक्त डॉ सत्यपाल सिंह मीना ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही हमारे क्षेत्र और समाज का विकास संभव है। उन्होंने भविष्य की रूपरेखा खींचते हुए कहा कि आने वाले समय में बाड़ी को शिक्षा का केंद्र बनाया जाएगा, जिससे न केवल विद्यार्थियों को फ़ायदा मिलेगा बल्कि बाड़ी और उसके आसपास के लोगों के लिए भी रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे ।
इस अवसर पर यूपीएससी में चयनित श्री लक्ष्मण मीना को टीम द्वारा सम्मानित किया गया। श्री लक्ष्मण मीना ने विद्यार्थियों को मोटिवेट करते हुए जीवन में सकारात्मक बदलाव के प्रति अटूट विश्वास रखने एवं कठोर मेहनत करने का मूल मंत्र दिया। इस अवसर पर उत्थान कोचिंग में अध्ययनरत बालिकाओं ने टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देकर ही समाज का भला किया जा सकता है। इस अवसर पर अखिल भारतीय मीना समाज धौलपुर के अध्यक्ष किशनसिंह सरपंच, महामंत्री कल्याण सिंह, महाराष्ट्र के औरंगाबाद से पधारे डॉ प्रियानंद अगड़े, विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी एवं हज़ारों की संख्या में विद्यार्थी एवं कार्यकताओं के अलावा महिलाएं और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अजय रावत ने किया।