
रईस अहमद एडवोकेट और बदायूँ के मुस्लिम यूथ ने बड़े सरकार में हो रहे अवैध कमो को रूकने और उसपर सख़्त से सख़्त करवाई करने के लिए एसएसपी को ज्ञापन दिया
उन्होंने बताया कि हमारी दरगाहों पर ग़लत काम को कराने वालों के ख़िलाफ़ करवाई हो और जो अवैध क़ब्ज़े से कमरे दुकाने बनी हुई है जहां प्रशासन को यही नहीं पता की यहां कौन रह रहा है कहां से आया है ऐसे निर्माण को ध्वस्त कर उसको ख़त्म किया जाए।
हमारे लिए यह बड़े ही शर्म की बात है कि हमारी दरगाहों पर ग़लत काम करवाये जा रहे है जिससे हम मुसलमान बदनाम हो रहे हैं। पीर जी लोगो की कमाई का अड्डा बन चूका है दरगाह परिसर
सड़क पर बनी दुकानों से पैसा वसूला जाता है
अवैध कमरों से लाखो की वसूली
परिसर के बाहर से कोई चीज़ बेचने नही आ सकता
एक खाने का होटल जहां मनचाही वसूली जायरीनों से की जाती है
सरकारी मुसाफिर खाने से लाखो की वसूली वहां तक के ज़मीन पर सोने के लिए भी पैसे देने पड़ते हैं
लंगर खाने मे खाना पकाने के लिए पैसे वसूले जाते है।
पार्किंग के नाम पर वसूली
तबर्रुक बेचने के नाम पर वसूली जायरीन बाहर से प्रसाद या तबर्रुक नही ला सकते
और अगर जायरीनों की माने तो नशे के बड़े कारोबारी भी यहीं पनाह लेते है और यहां से पुरे ज़िले मे करोबार फैलते है
इस पर अगर प्रशासन ने ध्यान नही दिया तो ये जल्द ही किसी बडी ख़बर को जन्म देगा