
संपर्क पोर्टल पर की गई शिकायतें बनीं मात्र खाना पूर्ती
जिला शिक्षा अधिकारी शिकायत के अनुरूप नहीं करवाई जांच,बदल दिया शिक़ायत का विवरण ही
रिपोर्टर-मोहन लाल
निंबाहेड़ा। राज्य सरकार द्वारा आम जन की समस्याओं के समाधान के लिए संपर्क पोर्टल शिकायतें दर्ज करने की व्यवस्था कर रखी है जिस पर दर्ज शिकायतो का जल्द से जल्द समाधान करने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश भी दे रखे हैं।
लेकिन संपर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायत पर कार्रवाई महज खानापूर्ति साबित हो रही है जिसका एक उदाहरण हाल ही में देखने को मिला है।
निंबाहेड़ा निवासी मोहन लाल ने संपर्क पोर्टल पर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय केली के प्रधानाचार्य श्याम लाल आमेटा व राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मांगरोल के प्रधानाचार्य दिलीप हिंगड़ द्वारा विद्यालय में की गई अनियमिताओं को लेकर शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को दो अलग-अलग शिकायत की गई थी।
जयपुर से उपरोक्त शिकायतें जिला शिक्षा अधिकारी चित्तौड़गढ़ को कार्रवाई हेतु अग्रेषित की गई।
शिकायतों पर जिला शिक्षा अधिकारी चित्तौड़गढ़ द्वारा शिकायतों को बिना पढ़े ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी निंबाहेड़ा को कार्रवाई हेतु एक पत्र लिख दिया जिसमें शिकायतों का मूल विवरण ही बदल दिया।
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी निंबाहेड़ा द्वारा शिकायतों पर बिना जांच पड़ताल किए तथा शिकायतकर्ता से बिना संपर्क किये ही शिकायतों का निस्तारण करना दिखा दिया गया।
उपरोक्त मामले में सवाल यह पैदा होता है कि जब शिकायतकर्ता द्वारा लिखित में शिकायतों का पूरा विवरण दे दिया गया था तो फिर जांच सही तरीके से क्यों नहीं कराई गई।
इस संपर्क पोर्टल पर इस प्रकार शिकायतों का निस्तारण करने का कोई औचित्य नहीं है।
यदि संपर्क पोर्टल पर की गई शिकायतों को जिला कलेक्टर गंभीरता से नहीं ले सकते हैं तो संपर्क पोर्टल पर शिकायत व्यवस्था को बंद कर देना चाहिए ताकि शिकायतकर्ताओं का बेवजह समय नष्ट ना हो और वह अपनी शिकायतों के समाधान के लिए कोई अन्य दूसरा रास्ता अपना सके।