
धार जिले से गोपाल रावडिया की रिपोर्ट
धार जिले के थाना राजौद थाना अंतर्गत ग्राम अकोलिया में 25 अप्रैल को 40 वर्षीय मृतक भेरू पिता नाथू खराड़ी जाति भील निवासी ग्राम बगासा(तलाबपाडा़)का शव मिलने पर PM रिपोर्ट के आधार पर अपराध क्र 7/24 धारा 302, 201 भादवि पजीबद्ध किया गया था।थाना राजोद पुलिस ने अनसुलझे हत्याकांड का 72 घण्टे मे खुलास कर दो आरोपियों को किया गिरफ्तार थाना राजोद पर दिनांक 25.04.2024 को सूचनाकर्ता नाथु पिता अमरा खराडी निवासी ग्राम बगासा तलाबपाड़ा द्वारा सूचना दी गई कि उसका लड़का भैरूलाल पिता नाथु खराडी जाति भील उम्र 40 वर्ष का दिनांक 24.04.2024 को अपने परिवार की शादी कार्यक्रम में सामील होने ग्राम अकोलिया गया था, जिसकी आज सुबह ग्राम अकोलिया में ही भागीरथ भुरिया के खुले खेत में लाश पड़ी हुई है, शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है, सूचना पर थाना राजोद पर मर्ग क्रमांक 07/2024 धारा 174 जाफौ. का कायम कर जाँच में लिया गया। दौराने मर्ग जाँच घटना स्थल एवं मृतक के शव का निरीक्षण करते मृतक के शरीर पर कोई चोट के निशान न होकर खुले खेत में संदेहास्पद परिस्थियों में मिलने पर बारीकी से जाँच कर मृतक के शव को सरदारपुर अस्पताल ले जाकर डॉक्टर पेनल से शव का पी.एम. करवाया गया, पी.एम. रिपोर्ट में डॉक्टर टीम द्वारा मृतक भैरूलाल खराड़ी की मृत्यु सामान्य न होते हुए उसकी गर्दन मरोड़कर हत्या करना बताया। मर्ग जाँच से अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 302,201 भादवि. का अपराध कायम कर अनुसंधान में लिया गया।मामले की गम्भीरता को देखते हुए श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय धार श्री मनोजकुमार सिंह के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ. इंद्रजीतसिंह बाकलवार, एसडीओपी सरदारपुर श्री आशुतोष पटेल के मार्ग दर्शन में टीम द्वारा बारीकी से घटना स्थल के आसपास के लोगों से एवं मृतक के परिवार जनों से पूछताछ करने पर अनुसंधान के दौरान कुछ तथ्य सामने आये जिसके आधार पर संदेही रमेश पिता अम्बाराम भाबर उम 50 वर्ष एवं राकेश पिता रमेश भाबर उम्र 25 वर्ष दोनों निवासी ग्राम बगासा तलाबपाडा को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करते अपने परिवार की विधवा महिला से मृतक के अवैध संबंध होने की बात को लेकर दोनों पिता पुत्र मिलकर प्लानिंग के तहत मृतक को शादी कार्यक्रम से लौटते समय रात्री में पकड़कर उसकी गर्दन मरोडकर हत्या कर दी और पुलिस को गुमराह करने के लिए लाश को शादी कार्यक्रम के पास वाले खेत में ही फेंक दी थी, ताकि कोई शंका न करे। उक्त अंधे हत्या कांड के खुलासे में थाना प्रभारी राजोद निरीक्षक हिरुसिंह रावत, उप निरी विक्रम देवडा, सउनि. पी.एस. डामोर, प्र.आर. 644 मंगलसिंह मेडा, प्र.आर. गणावा, आर. 1043 मोहित सेन, आर. 1010 रोहित नागर, आर. 298 मेहन्द्रसिंह बसुनिया, आर. विक्रम अहिरवार, सैनिक राजेश बगडावत क का विशेष योगदान रहा है