
कसेंदा गांव निवासी नीरज कुमार ने बताया कि साल भर पहले एयरपोर्ट के समीप उसे एक युवक मिला था। उसने बताया था कि एयरपोर्ट अथॉरिटी में उसका अच्छा जुगाड़ है। बताया कि एयरपोर्ट अथाॅरिटी में 10 सीटों की वेकेंसी है। वह नौकरी करना चाहे तो ढाई लाख रुपये देने होंगे।
नीरज ने नौकरी की लालच में आकर उसे 90 हजार रुपये ऑनलाइन और एक लाख 60 हजार रुपये नकद दे दिए। रकम मिलने के बाद वह जल्द ही नौकरी दिलाने का वादा करता रहा। इधर, नौकरी मिलने में विलंब देखकर नीरज ने उसे दी हुई रकम की वापसी का दबाव बनाया तो वह नदारत हो गया।