
नए घर में बहू बनकर आया हूं, लेकिन बहुत ही संस्कारी हूं; लड़ाई-झगड़ा नहीं करूंगा
हमीरपुर। बीजेपी में शामिल हुए इंद्र दत्त लखनपाल (Inder Dutt Lakhanpal) आज बड़सर विधानसभा क्षेत्र में पहुंचे हैं। ऊना और हमीरपुर जिला की सीमा गलू के पास बीजेपी और उनके समर्थकों ने लखनपाल का स्वागत किया। इस दौरान इंद्रदत्त लखनपाल के समर्थकों में काफी उत्साह देखने को मिला। समोह मैदान में अपने संबोधन में लखनपाल ने कहा कि आज के समय में विधायक और मंत्री सभी परेशान है और पूछते है कि हम सभी ने भागना है लेकिन कैसे भागे। हमने कहा हिम्मत करने की देर है। बीजेपी (BJP) में शामिल होने को लेकर लखनपाल ने कहा नए घर में बहू बनकर आया हूं। अब आप के तौर तरीके सीखने पड़ेंगे। कोई ससुर होंगे…कोई सास…कोई देवर होंगे कोई देवरानियां….कोई जेठ होंगे कोई जेठानी…..सबसे हाथ जोड़कर विनती है….ये बहू बहुत ही संस्कारी है, आप से किसी तरह का लड़ाई झगड़ा नहीं करेगी।
जनता की अदालत अब सरकार का फैसला करेगी
इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि कई बार सीएम सुक्खू (CM Sukhu) को बताया गया कि सरकार ठीक काम नहीं कर रही है। विधायकों के कारोबारों पर सरकार छापे डलवाए जा रहे हैं तो विधायकों के घरों के आगे डंगे लगवा रहे हैं लेकिन अब कुछ नहीं होगा। इन चुनावों में जनता की अदालत अब सरकार का फैसला करेगी। उन्होंने कहा कि राज्यसभा टिकट (Rajya Sabha Ticket) के लिए हिमाचल से ना होकर बाहर से उम्मीदवार तैयार कर दिया जिसके चलते मनु सिंघवी को वोट नहीं किया।
कांग्रेस पार्टी के लोग कर रहे झूठा दुष्प्रचार
इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने के लिए 25 करोड़ रुपये लेने की बातें की जा रही है लेकिन 25 करोड़ कहां से आए है यह तो कांग्रेस (Congress) के लोग ही बता सकते है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोग यह झूठा दुष्प्रचार (False Propaganda) कर रहे है। लखनपाल ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों, एसएमसी, करूणामूलक नौकरी वालों से सत्ता में आने पर पॉलिसी बनाने का वादा किया था लेकिन कांग्रेस सरकार में आने के बाद इन पर काम नहीं हो सका। सीएम हर अपने चहेतों को कैबिनेट रैंक (Cabinet Rank) दे रहे हैं और फिजूलखर्ची कर रहे है तो यह पैसा कहां से आ रहा है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के डीए को नकारा जा रहा था और सीएम को बताने के बावजूद भी काम नहीं किए गए हैं। चपरासी के तबादले के लिए महीनों लग रहे है और विधायकों की बात सुनने के लिए सीएम के पास समय नहीं था इसलिए विधायकों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए आज कांग्रेस से किनारा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में वरिष्ठ लोगों की इज्जत नहीं है तो ऐसी पार्टी में रहने का कोई फायदा नहीं है।