
रिपोर्टर दिलीप कुमरावत MobNo 9179977597
मनावर। जिला धार।। मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के प्रदेश अध्यक्ष माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देशानुसार मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद विकास खण्ड उमरबन द्वारा ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियों की सक्रियकरण एवं पर्यावरण संरक्षण एवं शुद्धता को लेकर माटी के गणेश जी की कार्यशाला का आयोजन आजीविका भवन उमरबन में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप मे देवीसिंह चौहान उपाध्यक्ष जनपद पंचायत उमरबन, विशेष अतिथि सुश्री सुरमा सोलंकी पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं जनजाति मंच धार, दामा प्रजापत वरिष्ठ समाज सेवी उमरबन, दिनेश गोयल जनपद पंचायत सदस्य, मति आयुषी आशुतोष सोनी माटी गणेश मूर्तिकार माटी के बप्पा संस्था मनावर, प्रकाश खडसे संकुल समन्वयक आजीविका मिशन उमरबन ने विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भारत माता के छाया चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। तत्पश्चात अतिथि स्वागत पश्चात, भुवान सिंह गेहलोत विकास खण्ड समन्वयक म प्र जन अभियान परिषद द्वारा स्वागत भाषण एवं आयोजित कार्यक्रम की रूपरेखा एवं उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि देवी सिंह चौहान उपाध्यक्ष जनपद पंचायत उमरबन ने कहा कि स्थानीय स्तर पर माटी गणेश की प्रतिमा का निर्माण कर हम पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं। जिससे पर्यावरण संरक्षण में सुधार होगा।
सुश्री सुरमा सोलंकी पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने कहा है कि हम सब भली भांति जानते हैं कि गणेश चतुर्थी पर्व पर बढ़ चढ़ पी.ओ.पी. बनी मूर्तियो का उपयोग करते है जो कि पानी में विसर्जन के बाद पानी को दूषित कर देती हैं। जो मानव जीवन एवं जलीय जीव जंतु के लिए खतरा है इसलिए हम सभी लोग अपने अपने ग्राम परिवार में माता बहनों बच्चों को प्रोत्साहित कर स्थानीय स्तर पर मिलने वाली माटी एवं गाय गोबर से माटी गणेश सिद्ध गणेश प्रतिमाओं का निर्माण कर अपने घर भगवान गणेश जी की स्थापना करे। तथा उचित स्थानों पर विसर्जित कर दें जो आसानी से पानी में घुल जाती हैं। इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता हैं। म. प्र. शासन के मार्गदर्शन में जन अभियान परिषद के द्वारा ” मिट्टी गणेश सिद्ध गणेश घर घर गणेश विराजे गणेश अभियान” का जो शुभारंभ किया गया। माटी गणेश मानव जीवन एवं जलीय जीव जंतु को बचाने में माटी गणेश का निर्माण सराहनीय कदम है। , प्रकाश खडसे संकुल समन्वयक ने कहा कि जब हम पी.ओ.पी. से बनी इन मूर्तियों का अपने आस पास बहने वाले नदी नालों कुओं तालाबों में विसर्जित करते है। लेकिन ये मूर्तियां पानी में कभी नहीं घुलती है साथ ही इन मूर्तियों का केमिकल रंग पानी में घुल कर पर्यावरण को भयंकर नुकसान पहुंचाते है। आप इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हो। जल दूषित होने के कारण जलीय जीव जंतु के लिए भी कितना बड़ा खतरा होता हैं। इसलिए हमें हर घर मिट्टी गणेश बनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करे।
उन्होंने कहा है कि स्थानीय स्तर पर हर घर गणेश, घर घर मिट्टी गणेश बनाने हेतु लोगो को प्रोत्साहित एवं प्रेरित कर घर घर विराजित होने वाले गणेश जी की मूर्ति को मिट्टी के गणेश बनाकर गांव में ही विधि विधान से पुजन कर स्थापित करे। और अपने ही घर के आस पास एक छोटा सा कुंड बना कर उसमें विसर्जन करने के लिए जागरूक करें।,ताकि कुएं बावड़ी नदी तालाब आदि की स्वच्छता बनी रहे तथा प्राकृतिक संतुलन बना रहे।
मिट्टी गणेश मूर्तिकार माटी के बप्पा संस्था की सदस्य एवं राष्ट्र सेविका समिति मनावर की नगर कार्य वाहिका श्रीमती आयुषी आशुतोष सोनी द्वारा प्रतिभागियों को मिट्टी गणेश बनाने में लगने वाली सामग्री के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई तथा मिट्टी एवं गाय के गोबर से गणेश जी कि मुर्ति बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही संदेश भी दिया कि पर्यावरण की शुध्दता के लिए इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं हो सकता है।
मिट्टी गणेश बनाने में सहयोगी के रूप में मनावर मेंटर मति ज्योति द्विवेदी का भी सराहनीय योगदान रहा। तत्पश्चात विकास खण्ड समन्वयक भुवान सिंह गेहलोत ने प्रस्फुटन समितियो द्वारा ग्राम स्तर पर किए जाने वाले कार्यों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। जगदीश भवेल नवांकुर संस्था चिकली वंदे मातरम समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष द्वारा नवांकुर सखी प्रेरक की भूमिका एवं हरियाली यात्रा के अंतर्गत बीज रोपित थैलियो का अनुश्रवण व मुल्यांकन की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में नवांकुर संस्थाओ एवं मेंटर्स की सक्रिय सहभागिता रही। जिसमे कालू सिंह पटेल उखल्दा, प्रदीप खोड़े मेंटर, जगदीश चौहान, जामनिया, सावन जाट सिरसी, जगदीश भवेल चिकली, प्रवीण दास बैरागी एकलबारा की सराहनीय भूमिका रही। प्रशिक्षण कार्यक्रम में बड़ी संख्या मे ग्राम स्तर पर गठित ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियो के अध्यक्ष, सचिव, एवं बी एस डब्ल्यू एम एस डब्ल्यू छात्र-छात्राओ की सक्रिय सहभागिता रही।