*फ्री – बीज के कारण कर्ज में फंसा एमपी*
पहली बार 88540 करोड़ का कर्ज लेगी सरकार
पिछले साल से डेढ गुना ज्यादा कर्ज लेगी सरकार
73540 करोड़ का कर्ज बाजार से 15 हजार करोड़ का कर्ज बाजार से लेगी सरकार

सिविल अस्पताल पटौदी में “World Hepatitis Day” सेलिब्रेट किया जिसकी अध्यक्षता डॉक्टर सुधीर कुमार SMO ने की अखंड भारत समाचार गुरुग्राम हरियाणा संवादाता करण सिंह लखेरा डॉ सुधीर कुमार SMO ने बताया कि हेपेटाइटिस एक जानलेवा बीमारी है ! इसकी रोकथाम, परीक्षण और उपचार की जानकारी लोगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है यह एक लीवर संबंधी रोग है जो की वायरस, अत्यधिक शराब का सेवन, दवाइयां के दुष्प्रभाव और वंशानुगत कारणों से होती है यह एक साइलेंट किलर की तरह काम करती है क्योंकि इसके प्रारंभिक लक्षण प्रायः स्पष्ट नहीं होते हैं । विश्व भर में लगभग 10 लाख मौतें हेपेटाइटिस से संबंधित बीमारियों के कारण होती है जो कि एचआईवी एड्स या टीबी से मरने वाले लोगों की संख्या के बराबर ही है इस वर्ष हेपिटाइटिस डे 2025 का थीम है समय रहते पहचाने और बचाव करें इसका उद्देश्य यह संदेश देना है कि हेपेटाइटिस के खिलाफ कार्यवाही में देरी नहीं होनी चाहिए । हेपेटाइटिस के सामान्य लक्षण थकान महसूस होना, भूख न लगना, पेट के दाएं तरफ ऊपर दर्द होना, हल्का बुखार रहना, पीलिया होना हल्के रंग का माल, गहरे रंग का पेशाब आना, त्वचा व आंखों का पीलापन और त्वचा में खुजली आदि होते हैं । हेपेटाइटिस पांच प्रकार की होती है जिसमें हेपेटाइटिस A, B, C, D & E है हेपेटाइटिस A और E मुख्य रूप से दूषित भोजन या दूषित पानी के माध्यम से फैलते हैं और अधिकतर मामलों में यह समय के साथ ठीक हो जाती है हेपेटाइटिस B & C खून या शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क से फैलते हैं l संक्रमित सुई, असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित मां से बच्चे को या संक्रमित खून चढ़ाने से फैलती है l हेपेटाइटिस की रोकथाम के मुख्य उपाय टीकाकरण, सुरक्षित जीवन शैली, स्वच्छ जल और भजन आदि हैं l भारत सरकार ने 2018 में राष्ट्रीय वायरल हेपिटाइटिस नियंत्रण (NVHCP) कार्यक्रम शुरू किया था जिसका मुख्य उद्देश्य 2030 तक हेपेटाइटिस को समाप्त करना है इस योजना के तहत निशुल्क स्क्रीनिंग और जांच उपचार की सुविधा स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण एवं जागरूकता अभियान है आज के इस अवसर पर डॉक्टर सुधीर कुमार
29/07/2025
कर्ज लेने के बाद लाडली बहना जैसी योजना संचालित हो पाएगी
हर साल लाडली बहना योजना पर खर्च होते हैं 18000 करोड़
फ्री बिजली पर 5500 करोड़
कृषि पंप सब्सिडी पर 17000 करोड़।
पहली बार 88540 करोड़ का कर्ज लेगी सरकार
पिछले साल से डेढ गुना ज्यादा कर्ज लेगी सरकार
73540 करोड़ का कर्ज बाजार से 15 हजार करोड़ का कर्ज बाजार से लेगी सरकार
कर्ज लेने के बाद लाडली बहना जैसी योजना संचालित हो पाएगी
हर साल लाडली बहना योजना पर खर्च होते हैं 18000 करोड़
फ्री बिजली पर 5500 करोड़
कृषि पंप सब्सिडी पर 17000 करोड़।
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