
जिले के 75 वनोपज सहकारी समितियों में हरासोना संग्रहण कार्य शुरू हुआ
महासमुंद- महासमुंद वन मंडल के सभी वन परिक्षेत्रों में आज से छत्तीसगढ़ का हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू हो गया है, जिले के सभी 75 लघु वन वनोपज समितियों के 785 संग्रहण समूह के अंतर्गत आने वाले कुल 1,07885 संग्राहक परिवार के माध्यम से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य आज से शुरू किया गया है महासमुंद जिले के 75 लघु वनोपज उत्पादकों के माध्यम से कुल 91300 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य इस वर्ष रखा गया है,छत्तीसगढ़ शासन के आदेश महासमुंद जिले सहित संपूर्ण छत्तीसगढ़ मे 5500 रुपये प्रति मानक बोरा की दर से संग्राहक परिवार को तेंदूपत्ता वनोपज संग्रहण भुगतान होगा।
महासमुंद जिले के सरायपाली बसना पिथौरा सहित पूरे जिले में आज से सोना संग्रहण का कार्य प्रारंभ हो गया है इस वर्ष भी वनोपज संग्रहण के पहले लघु वनोपज संग्रहणकर्ता के कर्मचारियों द्वारा शासन किया गया है जिसमें तेंदूपत्ता संग्रहणकर्ता सभी जिलों में शामिल हैं महासमुंद जिले में तेंदूपत्ता उत्पादन बढ़ाने के लिए महासमुंद वन मंडल की ओर से कहा गया है। वनोपज संग्रहकर्ता के अंतर्गत जिले के समय मे अन्य सिमाविद्या व जिले की सीमा से साटे दीगर राज्य गैर क्षेत्र से भी तेंदूपत्ता की तोड़ाई कर कोंचिया व खंडों द्वारा जिले के वनिपुंज व जिले की सीमा में खपाने की स्थिति बनी हुई है। इसलिए महासमुंद जिला पूरे छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहणकर्ता के नाम से भी स्ट्रॉबेरी में रहता है। इस खबर को वर्ष तक लिखने से पहले किसी भी प्रकार की कोई तेंदूपत्ता संग्रहणकर्ता की खबर नहीं मिली। केवल वन परिक्षेत्र पिथौरा के अंतर्गत आने वाले लगभग 28 सहयोगी संयंत्रों के लगभग 222 प्रतिशत क्षेत्र के लिए 29700 संग्रहक परिवार आज से तेंदूपत्ता संग्रह कार्य में लग गए हैं।