
महिलाये शक्ति का अथाह सागर है अरुण
सतना/नागोद: प्राप्त जानकारी अनुसार विकासखंड नागोद में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास अंतर्गत बीएसडब्लू एवं एमएसडब्ल्यू कक्षा में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का कार्यक्रम उत्कृष्ट विद्यालय नागौद में आयोजित किया गया कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा निबंध प्रतियोगिता भाषण प्रतियोगिता चित्रकला के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के विषय पर संवाद कराये कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा महिला हिंसा शिक्षा का अधिकार समानता का अधिकार गरीबी उन्मूलन का अधिकार एवं अपने कर्तव्य और अधिकारों पर बात करते हुए पक्ष विपक्ष के रूप में बात रखें सभी लोगो को सम्मानित किया गया मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के विकासखंड समन्वयक अरुण प्रताप सिंह द्वारा अपने उद्बोधन में कहां कि आज समाज में पहले की अपेक्षा महिलाओं को हर क्षेत्र में काम करने का अवसर मिल रहा है राजनीति के क्षेत्र शिक्षा, समाज सेवा देश की सेवा सीमा में रहकर चंद्रमा फतह अन्य विभिन्न क्षेत्रों में अपना लोहा बनवाया है आदिकाल में नारी शक्ति के रूप में पूजी जाती थी वास्तव में महिला में सहनशक्ति साहस बलिदान त्याग धैर्य ममता के आंचल की छांव में पुरुष समाज पलता बढ़ता है हमारे देश में महिलाओं का किसी एक दिन की सम्मान की बात नहीं है उनका सम्मान तो हर दिन होना चाहिए महिला को कई स्वरूपों में देखा जाता है माता, बहन, बेटी, पत्नी के रूप में इन सब के अलग- अलग भूमिका में प्रवेश कर कर्तव्य निभाती है माता का जब रूप धारण करती है तो अपने बच्चों के लिए ममता कीआंचल के छांव में पालन पोषण करती है बहन की भूमिका में अपने भाइयों की ढाल के रूप में खडी रहती है बेटी के रूप में माता पिता परवरिश ध्यान में रखते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करती है पत्नी के रूप में जब आती है वह अपने जीवनसाथी के साथ विषम परिस्थिति का सामना करने के खड़ी रहती है परामर्शदाता सरोज गुर्जर ने उद्बोधन में कहा महिला का मतलब ममता हिम्मत लज्जा पारिस्थितिकी के अनुसार ममता भी लुटाती है तलवार भी उठाती है मर्यादा में भी रहती है महिलाएं अपने शक्ति को पहचाने उदाहरण देते हुए बताया झलकारी बाई रानी लक्ष्मी बाई बीर गाथाओं को आप लोगों ने इतिहास के माध्यम से सुना और देखा है नवांकुर संस्था कमला कपाड़िया एवं एमएसडब्ल्यू की छात्रा कहा जब मेरी शादी हुई ससुराल आए तो मजदूरी का काम करने खेतो जाया करते थे हमारी प्रबल इच्छा थी कि पढ़ाई करूं घर से निकलने की मनाही रहती थी जन अभियान परिषद के माध्यम से ग्राम विकास प्रस्फुटन समितियां बनाई जा रही थी उसे समिति में जुड़ कर ग्राम स्तर पर सामजिक कार्य करने हेतु कार्य करने लगी मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठयक्रम अंतर्गत bsw कोर्स कराया जाता था उसके माध्यम से हमने समाजकार्य स्नातक किया इसके बाद समाज कार्य में मास्टर की डिग्री ले रही हूं नवांकुर संस्था से संजय सोनी ने अपने उद्बोधन में कहा महिलाएं आदिकाल से ही शक्ति के रूप में आपने देखा होगा सीता राम, राधे श्याम, इनमें पहले मात्र शक्तियों का ही नाम लिया जाता है कार्यक्रम में उपस्थित नवांकुर संस्था से धीरज प्रताप सिंह मेंटर्स संजू मिश्रा दिव्यांशी सिंह आकृति पांडे रीना वर्मा अनिल वर्मा नीरा सिंह चित्रांग चौबे पुष्पा प्रजापति सौरव विश्वकर्मा अनामिका आकांक्षा कुशवाहा उर्मिला विवेक सिंह आशुतोष शर्मा पुष्पांजलि रजक उमा चौधरी नेहा गौतम प्रतीक्षा पांडे घनश्याम कुशवाहा भवन कुशवाहा सुधीर सिंह मुकेश लोधी सत्यम द्विवेदी सुशील गुर्जर प्रभात द्विवेदी उपेंद्र साहू अतुल सेन अंकित शर्मा सीमा सिंह संध्या प्रजापति कृष्णा करण लोधी अभिराज प्रताप सिंह संदीप शुक्ला पीयूष सिंह विमल प्रजापति दिशा सोनी शांति प्रजापति खुशी गुड़िया लोधी सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।