
मामला जिला झांसी के तहसील गरौठा का है जहां बालू माफियाओं द्वारा धसान नदी से वैध खनन की आड़ में लगातार अवैध खनन किया जा रहा है।बता दे की हमीरपुर जिले के टोला खंगारन घाट पर खंड नंबर 5 में सागर परैछा के नाम से बालू घाट संचालित है जहां बालू माफियाओं द्वारा एनजीटी के नियमों के विपरीत अवैध खनन बदस्तूर जारी है। घाट संचालक द्वारा दवंगई के दम पर निर्धारित सीमा से अधिक सीमा तक अवैध रूप से बालू का उठान किया जा रहा है। पट्टा का निर्धारण हमीरपुर जिले में होने के बावजूद बालू माफिया झांसी जिले की सीमा से लगातार अवैध खनन कर रहे है। इसके बावजूद भी प्रशासन और खनिज विभाग मूकदर्शक बना बैठा है।आप तस्वीरों में साफ तौर पर देख सकते है की किस प्रकार एनजीटी के नियमों के विपरीत बड़ी- बड़ी पॉकलेंड मशीनों से नदी का सीना चीरकर खनन माफिया अवैध खनन करने में लगे है जिससे नदी की जलधारा भी बाधित हो रही है।बालूमाफियों द्वारा नदी के बीच में कई जगह रास्ता बनाकर नदी की धारा को मोड़ने का काम किया जा रहा है।बता दे की कुछ दिनों पहले इसी घाट पर उपजिलाधिकारी गरौठा द्वारा कार्यवाही करते है दो एलएनटी मशीनों को सीज किया गया था।इसके बाद भी बालू माफिया अपनी आदतों से बाज नही आ रहे है। मामले की जानकारी होने पर जब मीडिया कर्मी कवरेज करने वहां पहुंचे तो घाट पर तैनात कर्मचारी नौसाद खां द्वारा मीडिया कर्मियों के साथ अभद्रता की गई। उसका कहना था की हमारा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता हम सभी को पैसे देते है इसलिए अपने हिसाब से खनन करेगे। अब देखना है की प्रशासन या खनिज विभाग इन खनन माफियाओं पर क्या कार्यवाही करता है?
रिपोर्टर…. भूपेन्द्र सिंह राठ हमीरपुर