
किशनगंज। पोठिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भोटाथाना पंचायत के बालूबाड़ी वार्ड 06, गांव के लोग आज भी कच्ची सड़क से आवागमन करते हैं। समाजसेवी मोहम्मद मास्टर,बताते हैं कि बरसात के मौसम में पुरे रास्ते पर कीचड़ ही कीचड़ नजर आने लगती है, साइकिल पर सवार होकर चलना तो दूर की बात, पैदल चलने में भी काफी परेशानी होती है। बरसात के मौसम में लोग घर से निकलना मुनासिब नहीं समझते हैं। बालबाड़ी गाँव के ग्रामीण बताते हैं कि कच्ची सड़क के कारण सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को उठानी पड़ती है। किसान अनाज का पैदावार तो कर लेते हैं, परंतु किसानों को उचित लाभ नहीं मिल पाता है क्योंकि कोई भी खरीदार अनाज खरीदने गांव नहीं पहुंच रहे हैं। जिसके चलते गांव के किसानों को मजबूर होकर औने-पौने दामों में दलालों एवं बिचौलियों के हाथों बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने बताया कि गांव के लोगों सहित छात्र-छात्राओं को स्कूल, से लेकर प्रखंड मुख्यालय आदि जगहों पर पहुंचने के लिए मिनटों का सफर घंटों में तय करना पड़ता है। भोटाथाना बालबाड़ी के ग्रामीणों का कहना हैं कि यह सड़क वर्षों से पक्की बनाने के लिए प्रस्तावित है। इसके बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं जाता है। स्थानीय शमशाद आलम, मोहम्मद मास्टर, मोहम्मद जमशेद, मोहम्मद सादिक, इजराउल, सालेहा खातून, आदि लोगों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों एवं किशनगंज सांसद विधायक से पक्की सड़क की मांग की है।
वही भोटाथाना पंचायत के मुखिया मरगूब आलम ने आरोपों को गलत बताया। कहा कि जिस मोहल्ले का यह मामला है, वह गांव से बाहर का है। खुद से विस्थापित किया हुआ गाँव है. लोग ऐसी जगह जाकर बसे है जहाँ नक्से मे सड़क ही नहीं
जिस कारण पक्की सड़क बनाने में बाधा आ रही है। और जो रास्ता था वो महानन्दा नदी बढ़ने के कारण कट चूका है. और कहा के पूर्व मुखिया द्वारा सूची मिला है जिसमे 259 लोग बचे थे जिनको इंदिरा आवास नहीं मिला था. वर्तमान मे इंदिरा आवास नहीं मिला है इससे पहले 27 इंदिरा आवास मिला था जिसमे (17) OBC. को दिया गया और (10) जनरल को दिया गया है भविष्य मे अगर ऐसा लाभ आएगा तो दिया जाएगा और पक्की सड़क के विषय मे जिला पदाधिकारी से विचार विमर्श कर ग्रामीणों परशानियों का हल निकाला जाएगा|