
लौटकर तुझको आना है… आना ही होगा… देखेगी तेरी राहें.. प्यासी प्यासी निगाहे… तू मानले.. तू मानले.. ये कहना मेरा..।।
गणपति बप्पा मोरिया.. अगले बरस तू जल्दी आ…
रिपोर्टर दिलीप कुमरावत MobNo 9179977597
“गणपति बप्पा का भक्ति भाव और नम आंखों से किया विसर्जन”
मनावर। जिला धार।। अनंत चतुर्दशी के पावन दिवस दस दिवसीय गणेश उत्सव का समापन भक्तिभाव, श्रद्धा, विश्वास और हर्ष उल्लास के साथ किया गया। ढोल की थाप, बैंड बाजों की सुमधुर धुन, जयकारों की गूंज और गुलाल की बौछार के साथ श्रद्धालुजन गणेश प्रतिमाओं को ससम्मान मान नदी के तट पर लेकर पहुंचे। श्रद्धाभाव से श्री गणेशजी की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। क्रांति पैनल की सबसे बड़ी प्रतिमा का विसर्जन हाइड्रा मशीन से मान नदी में किया गया। पीओपी से निर्मित प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए नगर पालिका द्वारा विशेष व्यवस्था की गई।
नगर में छोटी बड़ी असंख्य झाकियों के पंडाल सजाए गए थे जिसमें विधिविधान से गणेशजी की भव्य प्रतिमा विराजित कर दस दिनों तक भक्ति भाव से पूजा अर्चना की गई। भजन-कीर्तन के साथ महाआरती और महा प्रसादी का वितरण किया गया। जिसमें अधिकारी, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए।
घर घर, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, संस्थाओ और कार्यालयों मे गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की गई। जिसे आज भक्तिभाव से विसर्जित किया गया। नन्हें नन्हें बच्चे, महिलाये, युवाओ की टोलिया गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए हाथ में लेकर नदी की और नाचते गाते पैदल ही निकल पड़े। तो कई ट्रैक्टर, मेटाडोर, मैजिक, पिकप, कार, ऑटो, और बाइक से भी गणेश विसर्जन के लिए मान नदी पहुंचे। कई श्रद्धालु समीपस्थ ग्राम सेमल्दा, बड़दा स्थित मां नर्मदा नदी में भी गणेशजी प्रतिमा को विसर्जन के लिए पहुंचे।
बीते दोनों यहां झमाझम बारिश होने से मान नदी खलखल कर अपने पूर्ण वेग से बह रही है। भारी बारिश के कारण यहां सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए। बताया जाता है कि बारिश के कारण मान नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है।
इस वर्ष अधिकतर लोगों ने अपने घरों में मिट्टी के निर्मित गणेशजी की स्थापना की गई। जो कि पर्यावरण की दृष्टि से उपयुक्त मानी जाती है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देशन पर संपूर्ण प्रदेश में मिट्टी गणेश सिद्ध गणेश अभियान चलाया गया। जिसका नगर में अच्छा प्रतिसाद मिला। अभियान का उद्देश्य पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना तथा कुंए, तालाब, नदी और मां नर्मदा के अविरल जल को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। मिट्टी गणेश, सिद्ध गणेश अभियान के अंतर्गत कुंड में गणेश जी की प्रतिमाओ का विसर्जन किया गया। तो कई भक्तों ने अपने घर पर ही शुद्ध जल में विसर्जन किया।
जन अभियान के माध्यम से गांव-गांव लोगों को जन जागरूक करना जिससे पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके। जन अभियान परिषद ने मिट्टी गणेश के लिए जन जागरण जागरूकता अभियान चलाया गया। ग्राम सेमल्दा, एक्कलबारा में मां नर्मदा किनारे गणेश प्रतिमाओं तथा पूजन सामग्री के विसर्जन के लिए कुंड बनाए गए तथा घाट पर आने वाले भक्तों को कुंड में ही विसर्जन के लिए प्रेरित किया गया।
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी नगर में अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर देर रात को नगर में मुख्य मार्ग से बड़े स्तर पर भव्य चल समारोह निकला जाएगा। लगभग 10 से 15 आकर्षक झाकियों का कारवां ढोल, ताशे, अखाड़े के साथ निकलेगा। स्वागत मंच लगाए गए तथा सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए है। ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में झांकियों को देखने के लिए ग्रामीण आते है। जिनके लिए निःशुल्क भोजन प्रसादी का आयोजन किया जाता है।