
मलकानगिरी (ओडिशा): ज़िले के कोरकोंडा ब्लॉक अंतर्गत नाकामामुड़ी पंचायत के काकरगुड़ा गांव में सोमवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई, जब एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए बुलाई गई एंबुलेंस बारिश से बदहाल रास्ते में कीचड़ में फंस गई।
स्थानीय आशा कार्यकर्ता ने महिला को कुदुमुलुगुमा अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस को बुलाया था। एंबुलेंस हतियाम्ब और गंधिगुड़ा होते हुए काकरगुड़ा जा रही थी, लेकिन गंधिगुड़ा से काकरगुड़ा के बीच करीब 7 किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह से कीचड़ में तब्दील हो चुका था। रास्ता घातकटिंग से गुजरने के कारण अत्यंत दयनीय स्थिति में था, जिससे एंबुलेंस कीचड़ में धंसकर वहीं फंस गई।
नेटवर्क की सुविधा न होने से ड्राइवर दो घंटे तक वहीं फंसा रहा। सूचना मिलने पर आशा दीदी ने गांव के रघु मुदुली को मदद के लिए बुलाया। रघु ने अपने रिश्तेदार का ट्रैक्टर लाकर किसी तरह एंबुलेंस को बाहर निकाला और काकरगुड़ा पहुंचाया।
लेकिन रास्ते की स्थिति को देखते हुए एंबुलेंस गर्भवती महिला को उसी रास्ते से वापस न ले जाकर डाइक-3 होते हुए बालिमेला के रास्ते करीब 60 किलोमीटर दूर कुदुमुलुगुमा अस्पताल पहुंची। लंबी दूरी और खराब रास्ते के कारण गर्भवती महिला को काफी देर तक दर्द और परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि वे कई बार इस मार्ग की मरम्मत की मांग कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। बारिश में यह रास्ता पूरी तरह से नष्ट हो गया है और लोग घुटनों तक कीचड़ में चलने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने जल्द से जल्द सड़क निर्माण की मांग की है।
यह घटना फिर से दर्शाती है कि मलकानगिरी जैसे दुर्गम इलाकों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव लोगों की जान पर बन आता है।