
- पठानकोट पंजाब — रिपोर्ट समीर गुप्ता
बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने यू-टर्न लेते हुए भांजे आकाश आंनद को फिर से अपना उत्तराधिकारी और राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया है। इसके पीछे की मुख्य वजह चंद्रशेखर आजाद हैं, हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में चंद्रशेखर आजाद ने नगीना सीट से विजय हासिल की — बता दें कि 2019 में नगीना सीट पर बीएसपी ने जीत दर्ज की थी। आजाद बहुजन आन्दोलन के अगले विकल्प के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं जो मायावती और बीएसपी के लिए ख़तरे की घंटी है। चंद्रशेखर आजाद अपनी बेबाक और जुझारू छवि के चलते बहुजन समाज में तेजी से अपनी पैंठ बना रहे हैं , विशेषकर युवा वर्ग उनके साथ जुड़ता जा रहा है। दूसरी ओर मायावती का राजनीतिक कद लगातार घट रहा है– ऐसे में मायावती आकाश आंनद के रूप में बहुजन समाजवादी पार्टी का भविष्य देख रही हैं। आकाश भी चंद्रशेखर की तरह अच्छे वक्ता हैं, युवा हैं, बेबाक तरीके से बहुजन समाज को आगे लेकर जाने की क्षमता रखते हैं। यूपी में आने वाले उपचुनावों में आकाश ही बसपा को लीड करेंगे और अपनी राजनीतिक योग्यता साबित करने का उनके लिए यह एक अच्छा मौका रहेगा। जहां तक चंद्रशेखर आजाद रावन की बात है तो वे नगीना सीट पर चुनाव जीतने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हुए हैं — आने वाले समय में आकाश आंनद और चंद्रशेखर आजाद में से कौन बाज़ी मारता है, सभी की निगाहें इस पर रहेगी। फिलहाल जैसे जाटव, दलित और मुस्लिम समाज चंद्रशेखर आजाद को अपना समर्थन दे रहा है ऐसे में कहीं न कहीं फिलहाल उनका पलड़ा भारी दिखाई देता है।