मस्तिष्क संबंधी समस्या को इग्नोर ना करें-शिवानी जैन एडवोकेट
शिवानी जैन एडवोकेट की रिपोर्ट

मस्तिष्क संबंधी समस्या को इग्नोर ना करें-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि दिमाग जब सही तरीके से काम करता है तो दूसरे काम सहज रूप से सही होने लगते हैं। इसलिए दिमाग की देखभाल जरूरी है।इस दिन का उद्देश्य मस्तिष्क संबंधी स्थितियों से प्रभावित लोगों की शिक्षा, अनुसंधान और मदद को बढ़ावा देना है।
विश्व मस्तिष्क दिवस का महत्व इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन, दुनिया भर के विभिन्न सरकारी और निजी संगठनों के लोग विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसके माध्यम से मस्तिष्क स्वास्थ्य और संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। इसमें मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशाला या खुली चर्चा, दिमाग की बीमारी से परेशान लोगों के लिए सोशल मीडिया पर अपने अनुभव शेयर करना, फाइनेंसियल हेल्प के लिए धन संग्रह और जागरूकता रैलियां शामिल है।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि तनाव से दूरी बनाकर हम अपने दिमाग को दुरूस्त रख सकते हैं।इसके लिए योग और ध्यान करें।योगासन से अपनी बॉडी फिट रहेगी और ध्यान से दिमाग भी शांत रहेगा।
हेल्दी ब्रेन के लिए जरूरी है,अच्छी नींद, किसी भी कारणवश अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती है तो नींद पूरी न होने का असर भी आपके दिमाग पर पड़ता है। इसलिए नियमित रूप से कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लें।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक डॉक्टर आरके शर्मा, डॉ संजीव शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, एडवोकेट आलोकमित्तल,
शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, डॉ अनीता चौहान आदि ने कहा कि दिमाग से
जुड़ी कोई भी समस्या महसूस होने पर इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। मौजूदा वक्त में बदलती लाइफस्टाइल के कारण कई समस्याएं भी बढ़ रही है ।जैसे अल्जाइमर, माइग्रेन, ब्रेन ट्यूमर, ब्रेन स्ट्रोक, मेमोरी लॉस , स्ट्रेस और डिप्रेशन।इन समस्याओं के प्रति सचेत रहने से मस्तिष्क संबंधी विकारों से बचा जा सकता है, उनका इलाज किया जा सकता है और उनसे उबरा जा सकता है।
शिवानी जैनएडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ