मिल्खा सिंह युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत-शिवानी जैन एडवोकेट
शिवानी जैन एडवोकेट की रिपोर्ट

मिल्खा सिंह युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि विश्वपटल पर माँ भारती को गौरवान्वित करने वाले महान धावक ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। मिल्खा सिंह की पुण्यतिथि पर आज देश उन्हें याद कर विनम्र श्रद्धांजलि दे रहा है।
थिंक मानवाधिकार संगठन की एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत को गौरवान्वित करने वाले, भारत के महान धावक, पद्म श्री से अलंकृत ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन। मिल्खा सिंह जी का जीवन खिलाड़ियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत बना रहेगा।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट ,
ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, बृजेश शुक्ला एडवोकेट,डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, बीना एडवोकेट आदि ने कहा कि
चार बार कोशिश करने के बाद साल 1951 में मिलखा सिंह सेना में भर्ती हुए। भर्ती के दौरान हुई क्रॉस-कंट्री रेस में वह छठे स्थान पर आये थे, इसलिए सेना ने उन्हें खेलकूद में स्पेशल ट्रेनिंग के लिए चुना था। इस दौरान सिकंदराबाद के ईएमई सेंटर में ही उन्हें धावक के तौर पर अपने टैलेंट के बारे में पता चला और वहीं से उनके कॅरियर की शुरुआत हुई। मिलखा पर एथलीट बनने का जुनून इस कदर हावी हो गया था कि वह अभ्यास के लिए चलती ट्रेन के साथ दौड़ लगाते थे। इस दौरान कई बार उनका खून भी बह जाता था और सांस भी नहीं ली जाती थी, लेकिन फिर भी वह दिन-रात लगातार अभ्यास करते रहते थे।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ