
अंबेडकरनगर।
अकबरपुर नगर में रेलवे क्राॅसिंग पर निर्माणाधीन फुट ओवरब्रिज के निर्माण की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। करीब तीन माह बीत जाने के बाद भी निर्माण अधूरा है। इससे अभी भी बंद क्राॅसिंग पर लोग जान जोखिम में डालकर पटरियां पार कर रहे हैं।
बताते चलें कि कि यहां यातायात का दबाव बढ़ने से हर रोज लोग जाम की समस्या से जूझते थे। नागरिकों की इस समस्या को दूर करने के लिए वर्ष 2004 में तहसील तिराहे के निकट से रोडवेज तक ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया। इसके बाद शहर की करीब सवा लाख आबादी दो हिस्सों में बंट गई।
रोडवेज छोर पर गांधीनगर, पटेलनगर, शास्त्रीनगर, नासरिपुर बरवां और राबीबहाउद्दीनपुर, गौसपुर वार्ड की 40 हजार आबादी के साथ ही सभी सरकारी कार्यालय और आधा दर्जन नामी गिरामी स्कूल स्थित हैं। जबकि शेष 19 वार्ड की 70 हजार से अधिक आबादी को ब्रिज के दूसरे छोर पर जाने की मजबूरी है। वाहन से आने वाले लोग तो ब्रिज के ऊपर से निकल जाते हैं, लेकिन पैदल आवागमन करने वाले स्कूली बच्चे, आम नागरिक, किसान, ग्रामीण समेत यात्री रेलवे क्राॅसिंग से जान जाखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर हैं। फुट ओवरब्रिज के निर्माण के बाद लोगों की परेशानी दूर हो जाएगी। लेकिन फिलहाल यहां निर्माण अत्यंत सुस्त गति से हो रहा है।
बच्चोंं की राह होगी सुगम
फुट ओवरब्रिज का निर्माण होने का सबसे अधिक लाभ रेलवे क्राॅसिंग के दूसरे छोर पर स्थित आधा दर्जन से अधिक स्कूल-काॅलेजों को मिलेगा। वर्तमान में इन स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर आवागमन करने को मजबूर हैं। फुट ओवरब्रिज का निर्माण होने के बाद स्कूली बच्चों के साथ ही स्थानीय नागरिकों तथा यात्रियों के साथ ही रेलवे स्टेशन क्षेत्र में आने वाले होटलों के नागरिक भी फुट ओवरब्रिज के रास्ते आसानी से आवागमन कर सकेंगे।
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चल रहा है काम
फुटओवरब्रिज के फाउंडेशन निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। लोहे का स्ट्रक्चर रेलवे की लखनऊ ब्रिज कार्यशाला में बनकर तैयार है। निर्माण पूर्ण होते ही लोहे का स्ट्रक्चर लगवा दिया जाएगा। इसके बाद पुल से आवागमन शुरू कराया जाएगा। – मनीष धवन, सहायक मंडल अभियंता जौनपुर