
ये भारत है यहां की दोस्तों मिटटी में खुशबू है..
हण्डौर में राष्ट्रीय कवि सम्मेलन व मुशायरे में गीत तथा शायरी की बंधी समां
लालगंज, प्रतापगढ़। सगरा सुंदरपुर के हण्डौर में सावित्री शैक्षणिक एवं समाज कल्याण समिति के बैनरतले तेईसवां राष्ट्रीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा आयोजित हुआ। हण्डौर स्थित आंचल पब्लिक स्कूल के प्रांगण में हुए साहित्यिक आयोजन में कवियों व कवयित्रियों ने राष्ट्रीय तथा सामाजिक पटल पर काव्य पाठ कर लोगों को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम का शुभारंभ भाजपा नेता ओमप्रकाश पाण्डेय गुडडू तथा समाजसेवी राणा सूबेदार सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। कवयत्री विभा शुक्ला की वाणी वंदना मनमोहक रही। गीतकार सुरेश नवीन ने पढ़ा-कभी सुबह में आयेगे कभी शाम में आयेगे, तुम्हारे प्यार का हर दिन नया पैगाम लायेगें। वहीं हास्य कवि चंद्रप्रकाश मंजुल ने पढ़ा-हम डाक्टर झोलाछाप अही पढ़कर लोगों को खूब गुदगुदाया। शायर खलील फरीदी ने फूल कांटे क्या हर एक पत्ती में खुशबू.. ये भारत है यहां की दोस्तों मिटटी में खुशबू है पर खूब तालियां बजी। विभा शुक्ला ने पढ़ा- अगर मिले न कहीं ठिकाना पता हमारा संभालकर रखना भी लोगों को पसन्द आयीं। ओजकवि अभिजीत त्रिपाठी की देशभक्ति से प्रेरित रचना भी पसन्द आयी। राधेश पाण्डेय, रामबदन शुक्ल, गजेन्द्र सिंह विकट, आंजनेय शुक्ल की भी कविता लोगों मे पसन्द आयी दिखी। अध्यक्षता हरिवंश शुक्ल शौर्य तथा संचालन बिहारी लाल अंबर ने किया। अतिथियों का स्वागत संजय शुक्ल व अविनाश पाण्डेय तथा आभार प्रदर्शन कार्यक्रम के संयोजक कवि अनूप त्रिपाठी ने किया। इस मौके पर शिवप्रकाश मिश्र सेनानी, राजेश मिश्र, दिलीप तिवारी, केपी सिंह, मथुरा प्रसाद यादव, श्यामजी जायसवाल, सरदार इंद्रजीत सिंह, शिवम त्रिपाठी, विनोद पाण्डेय, राजकुमार दुबे, विवेक कुशवाहा आदि मौजूद रहे।