
जैसे-जैसे महानगरों के तर्ज में छिंदवाड़ा शहर का विकास हो रहा है वैसे अवैध कॉलोनी कारोबारी की व्यापार परिपूर्ण फैल रहा है,,,, ग्रीनलैंड पर अवैध कॉलोनी प्लाट काटे जा रहे हैं इसलिए मुनाफा कंकर कॉलोनाइजर व्यापारी लाखों रुपए एवं शासन को राजस्व पर चूना लगा दिया कॉलोनाइजर एक्ट रेरा का पंजीयन होने के बावजूद शहर के विभिन्न मार्ग एवं 8 से 10 किलोमीटर की दूरी में कॉलोनी काट के ग्राहकों को लुभा रहे हैं गोरखधंधा का यहां जाल में इकाई चाहत फस जाते हैं जो बड़े मुश्किल के बाद उनका छूटना नामुमकिन हो जाता है छिंदवाड़ा शहर नगर निगम के श्रेणी में आता है एवं प्रतिवर्ष शासकीय सेवकों से सेवा निर्मित हो रहे कामगार शहर में रहने के उपयुक्त स्थान खोजते हैं इसी बीच अवैध कॉलोनी के बड़े-बड़े बोर्डिंग एवं।।।।
शासन के नियम विरोध कॉलोनी काट के उसे पर अधिक मुनाफा कमाने का गोरख धंधा कई वर्षों से चल रहा है प्रशासन के सख्त कदम नहीं उठाने के कारण इन लोगों के घोसले बुलंद है ।।।।
डेढ़ सौ रुपए स्क्वायर फीट से शुरुआती कीमत से लेकर 15 सो रुपए स्क्वायर फीट की कॉलोनी के रेट लोकेशन के हिसाब से कॉलोनाइजर प्रॉपर्टी डीलर ग्राहकों को ऑफर देते हैं