मुंबई:लोकसभा चुनाव 2024 की शुरुआत आज से हो चुकी है।चुनाव में वोटिंग के लिए ईवीएम का इस्तेमाल किया जाता है।इस मशीन से आप अपना वोट डाल पाते हैं और इसी मशीन से वोट्स की काउंटिंग भी होती है।क्या आप जानते हैं इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन काम कैसे करती है? ईवीएम कैसे काम करती है? देश में आज यानी 19 अप्रैल से आम चुनाव की शुरुआत हो चुकी है। चुनाव में ईवीएम का बहुत ही महत्वपूर्ण रोल होता है।वैसे तो ईवीएम हर बार राजनीति का शिकार होती है। सभी आरोपों के बाद भी ईवीएम देश को नई सरकार देने में मदद करती है। इसका इस्तेमाल दूसरे चुनावों में भी होता है। ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल लोकसभा और विधानसभा चुनाव में शुरू कैसे हुआ। ईवीएम ने भारत में बैलेट पेपर के इस्तेमाल को रिप्लेस किया है। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर कई बार आरोप लगे हैं, लेकिन आज तक कोई इसे सिद्ध नहीं कर पाया है। इन आरोपों के बाद इलेक्शन कमीशन ने वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल यानी वीवीपीएटी सिस्टम को इंट्रोड्यूस किया है। हालांकि, ये सिस्टम अभी पूरी तरह से लागू नहीं है। साल 2014 में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था।कैसे शुरू हुई ईवीएम की कहानी? साल 1980, एम. बी. हनीफा ने पहली वोटिंग मशीन को बनाया था। इस वक्त इसे इलेक्ट्रोनिकली ऑपरेटेड वोट काउंटिंग मशीन नाम दिया गया था। इसका ओरिजनल डिजाइन आम लोगों को तमिलनाडु के 6 शहरों में हुए सरकारी एग्जीबिशन में दिखाया गया था। ईवीएम का पहली बार इस्तेमाल 1982 में केरल के उत्तर-पूर्व में हुए उप-चुनाव में हुआ था।