
गरियाबंद में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाता जागरूकता अभियान के तहत स्वीप बाइक रैली का आयोजन हुआ। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक कुमार अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ रीता यादव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले भी बाइक रैली में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने शत-प्रतिशत मतदान करने का संदेश दिया।
मतदाताओं द्वारा अपने-अपने स्कूटी और बाइक में जागरूकता संदेश लेकर बैनर, पोस्टर, फ्लेक्स और मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए नारे लगाकर शहर के गांधी मैदान से तिरंगा चौक होते हुए स्टेडियम तक बाइक रैली निकाली गई।
मानव श्रृंखला बनाकर की वोट अपील
इस दौरान महिला अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक बाइक रैली में शामिल हुए। बाइक रैली में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों और आम नागरिकों ने स्टेडियम में मानव श्रृंखला बनाकर स्वयं मतदान करने और दूसरों को भी अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने का संकल्प लिया।
सेल्फी विथ एपिक अभियान में वर्ल्ड रिकॉर्ड में जिले का नाम दर्ज
मंगलवार 9 अप्रैल को मतदाता जागरूकता अभियान में जिले की महिलाओं ने सेल्फी विथ एपिक अभियान चलाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में गरियाबंद जिले का नाम दर्ज कराया। जिमसें लगभग 1 लाख 10 हजार से अधिक महिलाओं ने निर्धारित समय में अपने मतदाता पहचान पत्र के साथ सेल्फी लेकर रिकॉर्ड कायम किया था।
मतदान कार्य के लिए प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारियों को बारीकी से समझें
लोकसभा निर्वाचन में मतदान कार्य को निर्बाध रूप से संपादित करने के लिए मतदान अधिकारियों को लगातार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कड़ी में आइटीएस कॉलेज गरियाबंद और शासकीय वीर सुरेन्द्र साय महाविद्यालय गरियाबंद में मतदान केन्द्रों के लिए पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी क्रमांक-1, 2 और 3 में लगे अधिकारियों को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान कलेक्टर ने विभिन्न प्रशिक्षण कक्षों में पहुंचकर कहा कि मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारियों को बारीकी से समझें, ताकि मतदान के दिन यदि कोई समस्या आए तो तत्काल उसका निराकरण आपके द्वारा ही किया जा सके। सभी प्रशिक्षाणार्थी EVM और VVPAT मशीन की गतिविधियों को स्वयं संचालित कर देखें।
उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि यदि पहली बार मतदान करवाने की ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे अधिकारी प्रशिक्षण में दी जा रही सभी नियमों का बेहतर तरीके से रखे, ताकि किसी भी प्रकार की गलती होने की संभावना न होने पाए। प्रशिक्षण में मतदान केन्द्रों के अधिकारियों ने इवीएम मशीनों के साथ प्रशिक्षण प्राप्त किया।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरों ने सभी पीठासीन और मतदान अधिकारियों को कहा कि निर्वाचन कार्य मे मतदान करवाने के साथ-साथ अपने मताधिकार का उपयोग भी करना जरूरी है, इसलिए सभी फार्म-12 भरकर जरूर दें।