
मेडिकल कॉलेज की एक मात्र नेत्र सर्जन प्रोफेसर विभागीय एचओडी डॉ शौम्या डुलानी ने आज अपना त्याग पत्र दे दिया।
इस त्याग पत्र से मेडिकल कॉलेज के पीजी की मान्यता खतरे में पड़ सकती है।
ऐसे में कहीं ये ना हो कि आने वाले समय मे मेडिकल कॉलेज के सभी डॉक्टर एक बाद एक मेडिकल कॉलेज से विदा हो जाये, और मेडिकल कॉलेज बंद हो जाये।
वर्तमान में डबल इंजन की सरकार को शीघ्र ही कोई ठोस कदम उठाना पड़ेगा।
जिससे जिले के अलावा आस-पास के 4-5 जिलों के मरीजों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।
सीमा से सटे होने के कारण इस मेडिकल कॉलेज में महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के भी मरीज इलाज के लिए पहुंचते है।
(रिपोर्टर_ शेखर ठाकुर (जिला प्रमुख)