कुशीनगर में कुत्तों ने महिला को नोच नोच कर मार डाला
नान्हू मुंडेरा गांव के बाहर गन्ने के खेत में महिला को कुत्तों का झुंड नोचकर मार डाला। शनिवार को सुबह शौच करने गई महिलाओं के शोर मचाने पर गांव वालों की भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंची ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव की शिनाख्त शाम तक नहीं हो सकी। गांव वालों के अनुसार, महिला मानसिक रूप से बीमार थी। शाम को गांव के बाहर मंदिर पर दिखी थी। कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नान्हू मुंडेरा गांव में शुक्रवार की देर रात 30 वर्षीय महिला को कुत्तों ने नोचकर मार डाला। महिला का शव पिच सड़क के किनारे गन्ने के खाली खेत में शनिवार की तड़के शौच करने गई महिलाओं ने देखा। उस समय कुत्तों का झुंड शव को नोच रहा था। महिलाओं के शोर मचाने पर गांव वाले पहुंचे और कुत्तों को खदेड़ कर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान कराने की कोशिश की। लेकिन शाम तक शव की पहचान नहीं हो सकी थी। गांव वालों ने बताया कि एक सप्ताह से इस क्षेत्र में इधर-उधर महिला भटक रही थी, जो मानसिक रूप से बीमार थी। शाम को गांव के बाहर मंदिर पर लोगों ने इसे देखा था। गांव में करीब 14 कुत्तों का झुंड रहता है। गांव में पैदल या बाइक से आने वाले लोगों को कुत्ते दौड़ाकर काट लेते हैं। कुत्तों के हमले में गांव के दस से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। हालांकि कुत्तों के झुंड को जिंदा रहते महिला पर हमला करते किसी ने नहीं देखा है। शरीर पर कुत्तों के नोंचने के निशान और इसके पहले कुत्तों के हमले को देखते हुए गांव वाले यह बात कह रहे हैं। पुलिस भी कुत्तों के हमले से मानसिक रोगी महिला की मौत हुई है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट होगी। सीओ कुंदन सिंह ने बताया कि कुत्तों के नोचने से मानसिक रोगी महिला की मौत हुई है। उसकी पहचान नहीं हो सकी है। शव को मोर्चरी में रखा गया है। - पांच साल पहले महिला की जान ले चुके हैं कुत्ते -कुत्तों के हमले से महिला की मौत का कोई पहला मामला नहीं है। वर्ष 2018 में पड़ोस के गांव गौनरिया निवासी 58 वर्षीय सुरसती देवी को धान के खेत की निराई करते समय कुत्तों का झुंड नोचकर मार डाला था। इस घटना के बाद से कुत्तों का आतंक आसपास के गांवों में अधिक है। इसके लिए गांव वाले वन विभाग से भी उस समय शिकायत किए थे, लेकिन आवारा कुत्तों को पकड़े के लिए कोई पहल नहीं हो सकी। मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण हमलावर हो रहे कुत्ते -गर्मी बढ़ने के साथ कुत्ते भी हमलावर हो गए हैं। मेडिकल कॉलेज में 55 से 60 लोग प्रतिदिन एआरवी लगवाने के लिए पहुंच गए हैं। जिला पशु चिकित्सा अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि मौ सम में उतार-चढ़ाव से कुत्ते हमलावर हो जाते हैं। अप्रैल में ही गर्मी ज्यादा पड़ रही है। इस लिए कुत्ते हमलावर हो रहे हैं। इससे बचाव की जरूरत है। जो लोग पालतू कुत्तें रखे हैं। वे लोग उसे दिन में दो बार नहलाएं और पीने के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था रखे।