
भारत सीमा सिद्धार्थनगर से सटे बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में ””समृद्धि के लिए विश्व शांति”” विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 21 और 22 मार्च को आयोजित किया जा रहा है।तमाम 18 देशों के राजदूत और प्रतिनिधि, जिनके नेपाल में दूतावास नहीं हैं, लेकिन नेपाल का प्रतिनिधित्व करते हैं, नेपाल के लिए विभिन्न देशों के अवैतनिक वाणिज्य दूत, विदेश मंत्रालय के उच्च अधिकारी, विदेशी मामले और विरासत विशेषज्ञ और अन्य लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित होंगे।
यह सम्मेलन विदेश मंत्रालय और नेपाल में काम करने वाले अवैतनिक वाणिज्य दूतों के संगठन इंटर-कांसुलर कॉर्प्स नेपाल (एचसीसीएन) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ, संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री हित बहादुर तमांग और निवेश बोर्ड, नेपाल पर्यटन बोर्ड और लुंबिनी विकास कोष के अन्य उच्च अधिकारियों के भी शामिल होने की उम्मीद है।आयोजक के मुताबिक, सम्मेलन में नेपाल में निवेश के अवसरों, पर्यटन को बढ़ावा देने, लुंबिनी के अंतरराष्ट्रीय महत्व आदि पर चर्चा और प्रस्तुतियां होंगी। एचसीसीएन के डीन विष्णु कुमार अग्रवाल ने कहा कि लुंबिनी को दुनिया के लगभग एक अरब बौद्धों से जोड़ने और इस ऐतिहासिक स्थान के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को उजागर करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि यह कार्यक्रम नेपाल में निवेश के अवसरों को बढ़ाने में भी योगदान देगा। नेपाल पर्यटन बोर्ड और निवेश बोर्ड का कार्यालय भी सम्मेलन का समर्थन कर रहा है