उत्तर प्रदेशबरेली

फर्जी केंद्रीय गृहमंत्री बनकर बरखेड़ा पीलीभीत के पूर्व विधायक किशन लाल राजपूत से ठगी 


भाजपा के पूर्व विधायक किशन लाल राजपूत बरखेड़ा विधानसभा पीलीभीत से फर्जी केंद्रीय गृहमंत्री बनकर लोकसभा 2024 का टिकट पीलीभीत से दिलाने के नाम पर की गई ठगी

भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक किशन लाल राजपूत बरखेड़ा विधानसभा जिला पीलीभीत  के साथ 2024 लोकसभा टिकट दिलवाने के नाम पर रविंद्र मौर्य नाम के व्यक्ति ने अपने साथी की मदद से फर्जी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बनकर  ठगी की है जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है उसके साथी की तलाश जारी है पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला मोबाइल नंबर 70 882 83494 से एक व्यक्ति ने बरखेड़ा के पूर्व विधायक किशन लाल राजपूत के मोबाइल पर 4  जनवरी से 20 जनवरी तक नौ बार फोन किया और लोकसभा  पीलीभीत 2024 का टिकट दिलवाने का झांसा दिया और रुपए ठगी करने की कोशिश की पुलिस ने जब उस मोबाइल नंबर की जांच पड़ताल शुरू की तो नंबर नवाबगंज के समूहा हरीश का निकला  हरीश ने पुलिस को बताया कि उसने यह सिम 29 दिसंबर 2023 को खरीदी थी जिसे कुछ देर बाद गांव के रविंद्र मौर्य और शाहिद खान छीन कर ले गए थे पुलिस ने दोनों के घर दबिश देने पहुंची तो केवल रविंद्र मौर्य नाम का व्यक्ति पुलिस के हाथ लगा और शाहिद खान फरार हो गया रविंद्र मौर्य ने बताया वह सिम उसने तोड़कर फेंक दी है उसे मोबाइल नंबर के व्हाट्सएप पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोटो लगा था और ट्रूकॉलर पर केंद्रीय गृह मंत्रालय रजिस्टर्ड था ने दोनों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है नवाबगंज इंस्पेक्टर क्राइम विनोद कुमार ने बताया है कि यह पहले भी कई अपराध कर चुके हैं जिस पर लखनऊ के थाना हजरतगं, बरेली की कोतवाली और नवाबगंज में चार मुकदमे पंजीकृत हैं सच में आया सामने यह लोग नेताओं को टिकट दिलवाने और जमीन दिलाने के नाम पर ठगी कर चुके हैं  नवाबगंज ट्रैक्टर इंस्पेक्टर क्राइम विनोद कुमार ने लूट, धोखाधड़ी और रूप प्रतिरूपण मुकदमे पंजीकृत किए गए हैं भाजपा के पूर्व विधायक किशन लाल राजपूत से पुलिस ने पूछताछ की तो विधायक जी ने बताया पुलिस को कि वह एक सप्ताह से लगातार मुझे कॉल कर रहा था और अपने आप को अमित शाह केंद्रीय गृहमंत्री के कार्यालय में कार्यरत शख्स बता रहा था और मुझे टिकट दिलाने के नाम पर पैसे मांगने की कोशिश कर रहा था मैंने मिलने के लिए कहा तो मिलने से मना कर रहा था फिर मुझे शक हुआ जो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कार्यालय में रहता हो तो वह लखनऊ या दिल्ली में कभी भी मिल सकता है फिर मैंने पुलिस को इस बात की जानकारी दी


 

AKHAND BHARAT NEWS

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