
पकड़ी बाजार। शोहरतगढ़ थाना क्षेत्र के जखौलिया गांव में बृहस्पतिवार को उस वक्त चीख-पुकार उठने लगी, जब बानगंगा नदी में डूबे दोनों किशोरों का शव मिला। गांव से एक साथ दोनों की अर्थी उठी तो हर किसी की आंखें नम हो गई हैं। एक साथ दोनों डूबे थे, एक साथ लाश मिली और अगल-अगल चिता बनाकर दोनों को उसी घाट पर जलाया गया। यह दृष्य देखकर गांव में नहीं पड़ोस के गांव के लोग भी रो पड़े। एक साथ दो मौत के बाद से गांव में मातम का माहौल छाया हुआ है। गम की वजह से अधिकांश घरों में चूल्हे तक नहीं जले। बताया जा रहा है कि एसडीआरएफ की टीम बुधवार शाम को तलाश करके चली गई थी। जबकि ग्रामीण रात में भी तलाश करते रहे। पूरे 22 घंटे तलाश के बाद लाश मिली।
क्षेत्र के जखौलिया गांव निवासी अखिलेश (13) पुत्र दशरथ व अखिलेश (14) पुत्र रामतीरथ यह दोनों किशोर बुधवार को भैंस चराने दोस्तों के साथ बानगंगा नदी बैदौली घाट पर नदी में नहाने गए थे। नहाते समय इन दोनों का पैर फिसला गया और यह गहरे पानी में चले गए और डूब गए थे। स्थानीय गोताखोर एवं गांव के लोगों की सहायता से लाश को खोजने में लोग जुट गए थे पर काफी खोजबीन के बाद भी इन दोनों का कहीं पता नहीं चल सका था। बृहस्पतिवार की सुबह स्थानीय गोताखोर एवं गांव के लोगों की सहायता से जाल से लाश को 22 घंटे बाद पानी से बाहर ढूंढ निकाला गया। परिजन इन दोनों की लाश को लेकर अपने घर जखौलिया चले आए। लाश के घर पहुंचे ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिजन लाश का पीएम करना नहीं चाह रहे थे। परिजनों के आग्रह पर पुलिस ने पंचनामा बनाकर लाश को परिजनों को सौंप दिया। परिजन इन दोनों किशोरों की लाश को बानगंगा नदी बैदौली घाट पर एक साथ उनकी चिता को जलाकर अंतिम संस्कार कर दिया
इस संबंध में शोहरतगढ़ थानाध्यक्ष राजकुमार पांडेय ने बताया कि 22 घंटे बाद लाश को ढूंढकर पानी से बाहर निकाला गया। शव का पंचनामा कराकर शव को उनके परिजनों को साैंप दिया गया। इस दौरान नायब तहसीलदार संजय राय, कानगो रामचंदर, हल्का लेखपाल मो. मुस्ताक अहमद, राजेश कुमार, विजय सिंह, प्रधान वीरेंदर कुमार जायसवाल, सुनील जायसवाल आदि लोग मौजूद रहे।