बड़वारा स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के नाम पर करोड़ों रुपये व्यय किये जाते हैं जिससे स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करवाने आने वाले सभी लोगों को निःशुल्क दवाएं,जांच व इलाज मुहैया करवाया जा सके किन्तु इसके बावजूद बड़वारा स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के नाम पर खाना पूर्ति ही कि जाती है। कभी स्टॉक में दवा न होने का तो कभी स्टाफ की कमी का हवाला दिया जाना आम बात हो गई है। कर्मचारियों का समय पर स्वास्थ्य केंद्र में न आना आम बात हो गई है।
बड़वारा स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के खून,कफ,क्षय रोगियों के बलगम की जांच, गर्भवती महिलाओं के रक्त, मूत्र की जांच जिस कक्ष में होती है वहां पर कमरे की छत जगह जगह से उखड़ कर फर्श में गिर रही है जिसकी वजह से छत की सरिया राड स्पष्ट दिखाई दे रही हैं। यहां जांच करवाने आने वाले मरीजों के साथ साथ लैब कक्ष में कार्य करने वाले कर्मचारियों की जान पर भी संकट बना रहता है कभी भी किसी भी प्रकार की अनहोनी घटना घटित हो सकती है इसके बावजूद भी स्वास्थ्य केंद्र बड़वारा के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा किसी भी तरह के सुरक्षा के माकूल इंतजाम नही करवाए जा रहे हैं जर्जर छत में मरम्मत का कार्य नही करवाया जा रहा है।