
अंबेडकर नगर
जिला अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक को खुद की खून की जरूरत है। हाल यह है कि तीन सौ यूनिट क्षमता वाले इस ब्लड बैंक में मौजूदा समय में मात्र 14 यूनिट ही रक्त उपलब्ध है। ऐसे में खून की जरूरत पड़ने पर ज्यादातर मरीजों को खुद ही खून की व्यवस्था करनी पड़ती है।मरीजों को सुचारु रूप से खून की उपलब्धता कराने के लिए जिला अस्पताल में तीन सौ यूनिट क्षमता का ब्लड बैंक तो स्थापित है लेकिन इसका लाभ मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। अक्सर यहां या तो ब्लड बैंक में संबंधित ग्रुप का खून ही नहीं रहता या फिर मात्रा ही कम होती है। ऐसी स्थिति में मरीज व तीमारदारों को या तो निजी ब्लड बैंक का सहारा लेना पड़ता है या फिर भागदौड़ करनी पड़ती है। इसमें उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
ब्लड बैंक में मौजूदा समय में एक तरफ जहां बी-निगेटिव ग्रुप का खून है ही नहीं तो वहीं अन्य ग्रुप के महज 14 यूनिट रक्त ही उपलब्ध है। ब्लड बैंक कार्यालय के अनुसार मौजूदा समय में एक यूनिट ए-निगेटिव, एक यूनिट ए-पॉजीटिव, एक यूनिट ओ-पॉजीटिव, पांच यूनिट ओ-निगेटिव, दो यूनिट बी-पॉजीटिव, दो यूनिट एबी-पॉजीटिव व दो यूनिट एबी-निगेटिव समेत कुल 14 यूनिट रक्त उपलब्ध है।
इस बीच ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. एएम त्रिपाठी ने बताया कि रक्तदान शिविर के आयोजन के लिए अलग-अलग सामाजिक संस्थाओं से संपर्क किया जा रहा है। शीघ्र ही शिविर का आयोजन होगा। उन्होंने सामाजिक संस्थाओं से अपील किया कि वे रक्तदान शिविर को लेकर खुद ही आगे आएं।