
रेनवाल मांजी में सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया
जय कन्हैया लाल की हाथी घोड़ा पालकी पर झूमे श्रोता
जयपुर|
उपतहसील रेनवाल मांजी की डालूवाला रोड पर स्थित निठारवाल नोराला की ढाणी में सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में पंचम दिवस को प्रभु श्री कृष्ण जन्म का प्रसंग सुनाया। महेंद्र निठारवाल, मुकेश चौधरी ने बताया कि सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाई गई। श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान उत्सव में पंडित रामस्वरूप शास्त्री महाराज के द्वारा कथा के पंचम दिन श्रीकृष्ण जन्म की कथा एवं नंदोत्सव का वर्णन किया गया। कथा पोथी का पूजन बजरंग लाल, गणेश निठारवाल से आचार्य पंडित प्रभाकर दाधीच के द्वारा मंत्रोच्चारण से करवाया गया। कथा में श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव प्रसंग सुनाया तो श्रोता भावविभोर होकर नाचने लगे। कृष्ण भगवान का जय जयकार करते हुए हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल पर झूम उठे। आगे श्रीकृष्ण जन्म की कथा का वर्णन करते हुए महाराज ने बताया कि कंस की कारागार में वासुदेव- देवकी के भादो मास की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। उनका लालन-पालन नंदबाबा के घर में हुआ था। इसलिए नंदगांव में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। श्रीकृष्ण ने अत्याचारी कंस का वध करके पृथ्वी को अत्याचार से मुक्त किया और अपने माता-पिता को कारागार से छुड़वाया। कृष्ण जन्म की खुशी में बुधवार को कथा स्थल को विशेष रूप से सजाकर माखन मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया तथा भक्तों ने नाच कूदकर नंदोत्सव मनाया। इस विशेष अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की मनमोहक सजीव झांकी सजाई गई। जिनके श्रोता दर्शन लाभ पाए। कथा सुनने रेनवाल मांजी के साथ हरसूलिया, मोहनपुरा, मोहब्बतपुरा, चित्तौड़ा, मानपुर, श्रीराजपुरा, प्रतापपुरा, गोहन्दी, डालूवाला, रायपुरा, किशनपुरा, हीरापुरा के साथ आस पास के गांव ढाणियों के श्रोता पहुंचे और कथा का आनंद लिया। इस अवसर पर नंदाराम, ग्यारसी लाल, रामनारायण, रंगलाल, भोलूराम, सुरेश, महेंद्र, मोहन निठारवाल, बाबूलाल के साथ ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित रहे। वही 8 मार्च को कथा समापन पूर्णाहुति व भंडारा प्रसादी का आयोजन होगा।