
बलौदा बाजार/लोकसभा चुनाव में कुछ ही महीनों का समय बचा है, आचार संहिता भी जल्द लग सकती है। ऐसे में बोर्ड की परीक्षाओं के साथ ही 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं ली जा सकती है। उच्च अधिकारी इसके संकेत दे रहे है। इधर डीईओ ने भी स्कूलों को प्राचार्यों को इन कक्षाओं की परीक्षा भी बोर्ड परीक्षा के साथ ही आयोजित करने के लिए तैयार रहने कहा गया है।
बता दें कि इन कक्षाओं की परीक्षा बोर्ड परीक्षाओं के बाद ही होती रही है। बता दें कि 1 मार्च से 12वीं और 2 मार्च से 10वीं की परीक्षाएं शुरू होंगी। इधर अधिकारी यह मानकर चल रहे हैं कि आचार
डीईओ देवांगन ने बताया कि 9वीं और 11वीं की परीक्षाओं के लिए अभी तक कोई आदेश नहीं आया है। अगर दोनों परीक्षाएं साथ में होती है तो इसके लिए भी हमने
9वीं में 24 हजार तो 11वीं में 17 हजार परीक्षार्थी होंगे
9वीं और 11वीं की परीक्षाएं हर साल बोर्ड परीक्षाओं के बाद अप्रैल महीने में होती है। चुनाव के मद्देनजर मार्च में ही परीक्षाएं होंगी। जिले में नवीं कक्षा में 204 स्कूल हैं, इनमें लगभग 24 हजार छात्र-छात्राएं हैं। इसी तरह कक्षा ग्यारहवीं में 134 स्कूल हैं, जिनमें 17 हजार 60 छात्र-छात्राएं हैं।
प्राचार्य तैयार करेंगे प्रश्न पत्र
सभी प्राचार्यों को तैयार रहने के लिए कहा है। प्राचार्यों से कहा गया है कि अगर 10 वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं सुबह की पाली में होती है तो दोपहर की पाली में 9वीं व 11वीं की परीक्षा लें। इसमें किसी प्रकार का व्यवधान नहीं होना चाहिए।
9वीं और 11वीं के प्रश्न पत्र प्राचार्य अपने स्तर पर तैयार करेंगे। प्राचार्यों को कहा गया है कि वे तत्काल यह प्रक्रिया शुरू करें। इसके अलावा 9वीं और 11वीं का कोर्स पूरा कर परीक्षा के लिए तैयार करने कहा गया है।
सुविधाओं की जानकारी मांगी
बोर्ड के साथ 9वीं और 11वीं की परीक्षा होने की स्थिति में टेबल-कुर्सी व अन्य जरूरी चीजों की जानकारी मांगी गई है। प्राचायों से कहा गया है कि किसी भी स्कूल में टेबल-कुर्सी की कमी नहीं होनी चाहिए। पंखे सुधारने कहा गया है। पीने के पानी सहित अन्य व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं। कोई कमी हो, तो तत्काल बताने कहा गया है।
विधानसभा चुनाव के कारण पहले ही पिछड़ी थी पढ़ाई
इस साल चुनाव, त्योहारों के अवकाश, खेलकूद गतिविधियों के चलते पढ़ाई का नुकसान हुआ है जिसकी वजह से कोर्स पूरा नही हो पाया है बावजूद इसके 15 अप्रैल से शुरू होने वाली 9वीं और 11वीं की परीक्षाएँ इस बार मार्च में ही खत्म हो जाएगी। तैयारियों के लिए छात्रों को इस साल बहुत ही कम समय मिल
पाया है। जिला शिक्षा अधिकारी बीएल देवांगन का कहना है कि जिला शिक्षा विभाग की ओर से निर्देश जारी कर प्राचार्यों को नियमित कक्षाएं लगाने एवं समय में कोर्स पूरा करने कहा गया है। कमजोर विद्यार्थियों पर ज्यादा फोकस दिया जा रहा है। पढ़ाई पूरी कराने विशेष ध्यान देने कहा गया है। बेहतर नतीजों के लिए प्रयास जारी है