
रिपोर्टर मनमोहन गुप्ता कामां 9783029649
आचार्य आदिसागर अंकलीकर परम्परा के पूर्वाचार्यों व आर्यिका विजयमती माताजी की प्रतिमाएं हुई विराजमान
कामां डीग जिले के कस्वा कामां में शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में दसलक्षण महापर्व के पंचम दिवस भाद्र पद शुक्ल पक्ष नवमी को कामां के शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर दीवान में प्रथमाचार्य आदि सागर महाराज अंकली कर परंपरा के पूर्वाचार्यो आदि सागर महाराज, आचार्य महावीर कीर्ति महाराज, आचार्य विमल सागर महाराज, आचार्य सन्मति सागर महाराज एवं कामां में अवतरित हुई प्रथम गणिनी आर्यिका रत्न विजय मति माताजी की प्रतिमाएं नवीन वेदिका पर अनिमेष भैया के निर्देशन में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ विराजमान की गई।
शान्तिनाथ मन्दिर समिति के प्रदीप जैन बड़जात्या व रिंकू जैन के अनुसार मन्दिर प्रांगण में नवीन गुरु मंदिर का निर्माण हुआ है। प्रतिमाओं की विधिवत प्रतिष्ठा आचार्य सुनील सागर महाराज के आशिर्वाद एवं आचार्य वसुनंदी महाराज के सानिध्य में हुई थी जिनको नवीन वेदिका पर मन्दिर समिति के पदाधिकारियों व जैन समाज की कार्यकारिणी व श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति में जयकारों के मध्य विराजमान किया गया। इस अवसर पर पंचकल्याणक समिति के अध्यक्ष गजेंद्र जैन,प्रवीण जैन बड़जात्या जयपुर व नवीन जैन दिल्ली से पधारे जिन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम हेतु अहमदाबाद में संघ सहित विराजमान सुनील सागर महाराज ने सहर्ष आशीर्वाद प्रदान किया है।
मन्दिर समिति के महामंत्री संजय जैन बड़जात्या ने बताया कि प्रथम गणिनी आर्यिका रत्न कामां नगर की नही सम्पूर्ण भारत की जैन समाज की गौरव थी जिनका अवतरण कामां निवासी संतोषी लाल बड़जात्या के आंगन में कामां की धरा पर हुआ। वे बड़ी ही विदुषी व ज्ञानवान थी जिन्होंने लगभग 300 से अधिक पुस्तको का लेखन किया था। इस अवसर पर जैन समाज के अध्यक्ष अनिल जैन,देवेंद्र जैन,संजय सर्राफ,धर्मचंद जैन,मयंक जैन,भागचंद जैन,कैलाश जैन,अभिषेक जैन,अनिल अगोनिय,बिट्टू बड़जात्या,नीरज जैन,पंकज भंडारे वाले सहित मन्दिर के पुजारी गण व महिलाएं उपस्थित रही।