
मनोज कुमार चौहान की रिपोर्ट,,, (अखंड भारत न्यूज़)
बाघमारा। नगरीकला मौजा की 217.53 डिसमिल खेती योग्य जमीन को लेकर बीसीसीएल द्वारा की जा रही नापी और अधिग्रहण की कोशिशों का स्थानीय ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया है। ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि 3 सितंबर को बाघमारा अंचल में बीसीसीएल अधिकारियों द्वारा जमीन की नापी का पुरजोर विरोध किया जाएगा। Jp
नगरीकला उत्तर पंचायत के मुखिया राजेन्द्र प्रसाद महतो उर्फ रिंकु महतो ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए स्पष्ट कहा कि उनकी जमीन किसी भी कीमत पर बीसीसीएल को नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा—
“हम अपनी जमीन की रक्षा के लिए अपनी जान भी देने को तैयार हैं।”
ग्रामीणों का आरोप है कि 1984-85 में बीसीसीएल ने इस जमीन को अधिग्रहित किया था, जिसमें 123 रैयत शामिल थे। इनमें से केवल 23 रैयतों को बेहद कम मूल्य पर मुआवजा दिया गया था। ग्रामीणों का कहना है कि कोयला खनन कार्य पूर्ण होने के बाद बीसीसीएल को जमीन का समतलीकरण कर पुनः रैयतों को लौटाना चाहिए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि 3 सितंबर को होने वाला प्रदर्शन रांची नगरी की लड़ाई की तरह ऐतिहासिक होगा,