
कोरापुट, ओडिशा: केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने रविवार को जयपुर (Jeypore) में केंद्रीय विद्यालय के अस्थायी परिसर का उद्घाटन किया तथा जगन्नाथ सागर के पास प्रस्तावित स्थायी भवन का भूमि पूजन कर निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। इस बहुप्रतीक्षित विद्यालय के निर्माण पर लगभग ₹40 करोड़ का निवेश किया जा रहा है।
मंत्री प्रधान ने विक्रम देव विश्वविद्यालय, जयपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह विद्यालय क्षेत्र के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा और उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए सक्षम बनाएगा। उन्होंने जयपुर की सांस्कृतिक, वाणिज्यिक और बौद्धिक विरासत की सराहना करते हुए इसे ओडिशा के प्रमुख उत्कृष्टता केंद्रों में से एक बताया।
उन्होंने महाराजा विक्रम देव वर्मा को स्वतंत्रता संग्राम और अलग ओडिशा राज्य के निर्माण में उनके योगदान के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही कहा कि जयपुर में केंद्रीय विद्यालय की मांग वर्षों से थी, जो अब साकार हो रही है।
प्रधान ने जानकारी दी कि शनिवार को कोरापुट स्थित केन्द्रीय विश्वविद्यालय (Central University of Odisha, Koraput) में ₹610 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया। प्रधानमंत्री श्री स्कूल (PM SHRI Schools) योजना के अंतर्गत, अविभाजित कोरापुट जिले के लगभग 90 स्कूलों को करीब ₹200 करोड़ की राशि से आधुनिक बनाया जा रहा है।
विक्रम देव विश्वविद्यालय को पीएम USHA योजना के तहत ₹20 करोड़ की राशि दी गई है, वहीं ओडिशा सरकार द्वारा क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय के विकास हेतु ₹50 करोड़ का योगदान दिया गया है। साथ ही, कोरापुट केन्द्रीय विश्वविद्यालय में नई प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं, जिससे जिले की शैक्षिक संरचना को मजबूती मिलेगी।
शिक्षा मंत्री ने कोरापुट क्षेत्र की अपार संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा,
“अविभाजित कोरापुट का विकास किए बिना विकसित ओडिशा की कल्पना अधूरी है, और जब तक ओडिशा विकसित नहीं होता, तब तक विकसित भारत का सपना भी अधूरा रहेगा।”
यह पहल न केवल कोरापुट और आसपास के क्षेत्रों की शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को नए अवसरों की ओर अग्रसर भी करेगी।