
भू-माफिया के विरूद्ध हुई जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
कलेक्टर श्री यादव के निर्देश पर करीब 10 एकड़ शासकीय भूमि हुई अतिक्रमण मुक्त
भू-माफिया के रसूख पर चली जेसीबी, अतिक्रमण हुआ जमींदोज
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कटनी। शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने के समय-सीमा बैठकों मे कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव द्वारा समय-समय पर दिये गये निर्देशों के पालन में शुक्रवार को जिला प्रशासन की टीम ने ग्राम गैंतरा, भरौली और ग्राम इमलिया में बड़ी कार्रवाई कर भू-माफिया के रसूख पर जेसीबी मशीन चलाकर अतिक्रमण को नेस्तनाबूद कर दिया। तहसीलदार अजीत तिवारी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में ग्राम गैंतरा और ग्राम भरौली में करीब 10 एकड़ शासकीय भूमि को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। इस भूमि का अनुमानित बाजार मूल्य करीब 3 करोड़ रूपये आंकी जा रही है।
एसडीएम कटनी श्री प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि ग्राम गैंतरा के खसरा नं. 378/1 के रकबा 26.44 हेक्टेयर के अंशभाग 0.60 हेक्टेयर (1.5 एकड़) पर प्रीतम लाल पटेल द्वारा अनाधिकृत रूप से कब्जा करके फैंसिंग करा ली गई थी। जिसे जिला प्रशासन और पुलिस बल द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई कर मुक्त कराया गया। इस भूमि की अनुमानित बाजार मूल्य 2 करोड़़ रूपये बताई जा रही है।
इसी प्रकार ग्राम भरौली के खसरा नं. 131 एवं खसरा नं. 121 रकबा क्रमश: 0.55 हेक्टेयर और 2.9 हेक्टेयर भूमि (सम्मिलित रूप से करीब 8.5 एकड़ ) के अंश भाग में बने अनाधिकृत कब्जे पर जेसीबी मशीन चलवाकर करीब 1 करोड़ रूपये की शासकीय भूमि मुक्त कराई गई।
जबकि ग्राम इमलिया में भूमिस्वामी हेमू कॉलोनी वॉर्ड निवासी हरीश कुमार पिता आत्माराम बजाज, संजय कुमार बजाज पिता नंदी राम बजाज, दिनेश कुमार पिता जेठानंद डोडानी द्वारा खसरा नं. 143/1, 138, 134, 135, 139/2, 154, 153/2 और खसरा नं. 142/2, 140, 142/1 औॅर 141 नंबर के खसरा में अवैध प्लॉटिंग कर अवैध आरसीसी रोड निर्मित की गई थी। शासकीय नाले की भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाया गया था। उपरोक्त भूमि राजस्व अभिलेख में कृषि भूमि के रूप में दर्ज है। जिसमें बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति तथा टाउन और कंट्री प्लानिंग से बिना लेआउट नक्शा स्वीकृत कराये कृषि भूमि में गैर कृषि प्रयोजन के लिए सड़क-रास्ता का निर्माण कराया जा रहा था। जिस का मौका मुआयना जांच कर पाया गया कि खसरा नं. 143/1/1 से पश्चिम दिशा में लगभग 12 मीटर चौड़ी 250 मीटर लंबी रोड बनाई गई है। साथ ही मौके पर खसरा नं. 133 रकबा 0.82 हेक्टेयर शासकीय नाला है। जो खसरा नं. 134, 135, 139, 140 एवं 154 के मध्य स्थित है। यहां निर्माण कार्य कराने और नाले के कुछ अंश को पूर कर समतल करने से नाले का स्वरूप परिवर्तित हुआ है। यहां पर भी तहसीलदार अजीत तिवारी के नेतृत्व वाले दल ने सड़क तोडने की कार्रवाई की। ताकि नाले का मूल स्वरूप बना रहे और सुगम व निर्बाध जलप्रवाह हो सके।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान तहसीलदार अजीत तिवारी, नायाब तहसीदार अतुलेश सिंह, पटवारी बालकृष्ण पाण्डेय, अवध मिश्रा, आतिश राजपूत, अंजली जैन के साथ-साथ पुलिस बल भी मौजूद रहा।