बाल साहित्य ही बच्चों के चरित्र निर्माण की सामर्थ्य रखता है
बाल साहित्यकार कालीचरण की पुस्तक 'मोटा शेर मचाए शोर' का विमोचन

श्री हिंदी साहित्य समिति कोटा के तत्वावधान में श्री कालीचरण राजपूत द्वारा रचित बाल कविता संग्रह पुस्तक “मोटा शेर मचाए शोर” का विमोचन बेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन कार्यालय के बोर्ड में संपन्न हुआ । इस ग्रंथ की रचना रेलवे में वरिष्ठ विद्युत अभियंता पद से सेवानिवृत कालीचरण राजपूत ने की है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ रघुराज सिंह कर्मयोगी ने की उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि बाल कविताओं से बच्चों का चरित्र निर्माण होता है।अच्छा बाल साहित्य ही उन्हें भविष्य का अच्छा नागरिक बनाता है। इसका लेखक ने ईमानदारी और हृदय से पालन किया है। मुख्य अतिथि के रूप में यूनियन के मंडल सचिव मुकेश गालव, अति विशिष्ट अतिथि सीएल सांखला, विशिष्ट अतिथि प्रेम शास्त्री और कृतिकार कालीचरण राजपूत उपस्थित रचनाकारों को संबोधित किया।
पत्र वाचन बाल साहित्य के रचनाकार योगीराज योगी,राजकीय महाविद्यालय के प्रोफेसर विवेक मिश्रा, राजधानी एक्सप्रेस के लोको पायलट सलीम स्वतंत्र और प्रसिद्ध गजलकार भगवत सिंह मयंक ने शब्दों की सुंदर अभिव्यक्ति दी। संचालन अपने चुटीले अंदाज में मृदा एवं भूजल अनुसंधान के टेक्निकल ऑफिसर कमलेश कमल कर रहे थे। बालू लाल वर्मा ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का आगाज किया।कालीचरण राजपूत ने विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि “मोटा शेर मचाए शोर” बाल कविता संग्रह की कविताएं बच्चों का प्रेरणा स्रोत बनेगी।विशेष बात यह रही कि इस कार्यक्रम में पधारे अधिकतर रचनाकार टेक्निकल फील्ड से जुड़े हुए थे। कालीचरण राजपूत एवं उनके परिवारजनों ने मंचासीन अतिथियों एवं पत्र वाचन वाचन साहित्यकारों को स्मृति चिन्ह एवं शाल,श्रीफल,माला दे कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राममोहन कौशिक, नंद किशोर मीणा, रामू भैया, अरविंद सिसोदिया, देशबंधु पांडे, प्रवीण कुमार निर्मल, रमेश चंद्र अग्रवाल,डॉ राजेश गौतम,अर्जुन दास छाबड़ा, संजय साहू, योगेश यथार्थ, निर्भय शंकर गोस्वामी, प्रेमचंद वर्मा,सुरेश भैया,डीएन त्रिपाठी, नवीन गौतम, चौथमल प्रजापति, रविंद्र दत्त कालिया, कल्याण सिंह, वेद प्रकाश वाजिद अली जाहिर अतहर, हिंदी साहित्य समिति के महासचिव सुरेंद्र सिंह गौड़ उपस्थित रहे।
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