
ब्यूरो रिपोर्ट राजेश नगदे
बेतुल मध्यप्रदेश
जिले में यात्री बसों में ठुस ठुस कर सवारी भरना आम बात हो गयी आर टी ओ को जानकारी नहीं या जानकर भी अंजान बने बेठे है बसों में जितनी सीट होती है उससे डबल सवारी भरकर चलना आम बात हो गयी अगर कोई व्यक्ति इसका विरोध करते हे बस मे मोजूद कंडक्टर झगड़े पर उतारू हो जाते हैं छोटे बच्चों का भी लेते हैं बस वाले किराया नही देने पर लड़ाई झगडे तक करने लगते हैं कंडक्टर
भले बसों में सीट ना मिले पर टिकट पुरी लेते हे बस वाले इनकी टिकट पर ना तारीख लिखी होती हे ना स्थान बस लिखे होते हे अगर कल में कोई घटना घट तो कोन जिम्मेदारी लेगा जिले का आर टी ओ विभाग भी बस पर कोई कार्रवाई करते आज तक नहीं दिखा अगर किसी व्यक्ति को बेतुल से हिरणी जाना हो या बगडोना कालीमाई पाथाखेड़ा सभी से एक ही चार्ज बसों में लिए जाते हे जो सरासर ग़लत
मनमानी से सभी बस किराया बढ़ा देते हैं भले डिजल के दाम कम हो जाए पर एक बार जो बस वालों ने किराया बढ़ा दिया वो कभी कम नहीं होता जबकि बिजली के दाम कम ज्यादा होते रहते पर किराया नहीं कम होता यह सब जानकर भी अंजान बने बेठे है आर टी वाले पुलिस वाले भी कारवाई नहीं करते क्योंकि उनका बसों में किराया जो नहीं लगता हे इस प्रकार कि अनियमित्ताए फिर भी जिले का आर
टी ओ विभाग मोन रहता है बस में कंडेक्टरी करने वाले कन्डेक्टर हेल्पर का पुलिस वेरीफिकेशन भी होना चाहिए मगर बेतुल में ऐसा नहीं हे तभी अपराधिक प्रवृत्ति के लोग कंडेक्टरी हेल्परी करते हैं ओर झगड़े पर उतारू हो जाते हैं जिले के कलेक्टर का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं होता है ज्यादातर लम्बी दुरी कि बसों में ऐसी कमियां आम बात हो गयी अगर बस में कोई हादसा हो जाए तो बस ये दुसरी
साईट गेट होना चाहिए मगर ज्यादा बसों में नहीं होता ओर कुछ तो इन्तजार करते जब हादसा होगा तब गेट लगा लेंगे मगर किसी का इस ओर ध्यान नहीं मनमाना किराया बदसलूकी यात्रियों से ठुस ठुस कर सवारी भरना अब बसों में आम बात हो गयी है मगर इस ओर किसी जिम्मेदार अधिकारी का ध्यान नहीं जाता