
आलापुर (अंबेडकरनगर)। तेज धूप व पछुआ हवा ने सब्जी उत्पादन पर बुरा असर डाला है। गर्मी और तेज धूप के कारण फसलें खूख रही हैं, ऐसे में नियमित तौर पर सिंचाई करना किसानों के लिए चुनौती साबित हो रहा है।
इससे सब्जियों के दामों में डेढ़ से दोगुना की वृद्धि भी हुई है।
सामर्थ्यवान किसान तो किसी तरह से पंपिंग सेट आदि से सिंचाई कर ले रहे हैं, लेकिन सब्जी की पैदावार करने वाले अधिकतर किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। इसके चलते कई किसानों की फसल खेतों में ही सूखी जा रही हैं। किसानों को उम्मीद थी कि बारिश होगी तो सब कुछ सही हो जाएगा, लेकिन उन्हें मायूसी हाथ लगी। नहरों में पानी न होने से भी सब्जियों के उत्पादन पर असर पड़ रहा है।
यहीं कारण है कि हरी सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं। एक तरफ जहां लोबिया (बोड़ा) 80 रुपये किलो है तो वहीं आलू, प्याज, लहसुन व अदरक के दामों में भी तेजी आई है। प्याज के दाम एक सप्ताह में 15 से 20 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। बाजार में प्याज 35 से 40 रुपये में बिक रहा है। लहसुन 200 और आलू 30 रुपये किलो है, इसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ रहा। सरावां गांव के किसान दिनेश कुमार, नरियांव के बाल गोविंद, चहोड़ा के गुड्डू मौर्य, हथिनाराज की महिमा मौर्य ने बताया कि धूप और पछुआ हवा के चलते सिंचाई करने के बावजूद सब्जियां सूख रही हैं। सिंचाई आदि की लागत बढ़ने से सब्जियों के दाम पर असर पड़ रहा है। अगर मौसम में बदलाव नहीं हुआ तो सब्जियों के दाम और महंगे हो सकते हैं।
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सब्जियों के दाम प्रति किलो में
10 दिन पहले- -अब
भिंडी – 30-35 रुपये प्रति किलो 45-50 प्रति किलो
परवल – 45-50 रुपये प्रति किलो 55-60 प्रति किलो
करेला – 30-35 रुपये प्रति किलो 50-55 प्रति किलो
सरपुतिया – 25-30 रुपये प्रति किलो 40 रुपये प्रति किलो
लौकी – 15-20 रुपये प्रति किलो 45 रुपये प्रति किलो
कद्दू – 15-20 रुपये प्रति किलो 25-30 रुपये प्रति किलो
तरोई – 10-12 रुपये प्रति किलो 30-40 रुपये प्रति किलो
प्याज – 20-25 रुपये प्रति किलो 40-45 रुपये प्रति किलो
खीरा – 20 रुपये प्रति किलो 35 रुपये प्रति किलो
लहसुन – 150 रुपये प्रति किलो 200 रुपये प्रति किलो
बोड़ा – 40 रुपये प्रति किलो 80 रुपये प्रति किलो
बैगन – 15 रुपये प्रति किलो 40 रुपये प्रति किलो
टमाटर- 20 रुपये प्रति किलो 40 रुपये प्रति किलो
आलू – 25 रुपये प्रति किलो 30 से 40 रुपये प्रति किलो