
नवीन जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के जनपद पंचायत बिलाईगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत पेंड्रावन के मनरेगा में कार्यरत मजदूरों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पेंड्रावन में मनरेगा के तहत तालाब पुनरुद्दार कार्य ढीकुड़िआ तालाब का कार्य कराया जा रहा है, कार्य कराने के लिए दिनांक 13/05/2024से दिनांक 18/05/2024तक के लिए मस्टररोल जारी किया गया जिसमे मस्टररोल क्रमांक 19662से लेकर मस्टररोल क्रमांक 19688तक कुल 26 पन्नों का मस्टररोल जनरेट हुआ था,
जसमे लगभग कुल 252 मजदूरों नें मनरेगा कार्य स्थल पर उपस्थित हो कर कार्य किये थे, जिसमे MR क्रमांक 19662में 10 मजदूर,MR क्र.19663में 10 मजदूर, MR क्र.19664 में 10 मजदूर, MR क्र.19665 में 10मजदूर, MR क्र.19666 में 10 मजदूर, MR क्र.19667 में 09 मजदूर, MR क्र.19668 में 10 मजदूर, MR क्र.19669 में 10 मजदूर, MR क्र.19670 में 10 मजदूर, MR क्र.19671 में 10 मजदूर, MR क्र.19672 में 10 मजदूर, MR क्र.19673 में 09 मजदूर, MR क्र.19674 में 10 मजदूर, MR क्र.19675 में 09 मजदूर, MR
क्र.19676 में 10 मजदूर, MR क्र.19677 में 09 मजदूर, MR क्र.19678 में 10 मजदूर, MR क्र.19679 में 10 मजदूर, MR क्र.19680 में 10 मजदूर, MR क्र.19681 में 10 मजदूर, MR क्र.19682 में 09 मजदूर, MR क्र.19683 में 10 मजदूर, MR क्र.19684 में 07 मजदूर, MR क्र.19685 में 09मजदूर,MR क्र.19686 में 09 मजदूर, MR क्र. 19687 में 10 मजदूर, MR क्र.19688 में 02 मजदूर, कुल लगभग 252 मजदूरों नें कार्य स्थल पर उपस्थित हो कर दिनांक 13/05/2024 से 18/05/2024 तक पुरे 06 दिनों तक कार्य किये थे
परन्तु दिनांक 15/05/2024और 18/05/2024 की कुल 02 दिनों की उपस्थिति गुल हो गईं हैं इससे स्पष्ट हैं की मजदूरों की मजदूरी भुगतान 06 दिनों के बजाय 04 दिनों की होंगी,जिससे मजदूरों के बीच कोलाहल का महौल बना हुआ है कि आखिर दो दिनों कि उपस्थिति गईं तो कहाँ गईं |
मजदूरों का कथन
मनरेगा कार्य में उपस्थित मजदूरों का कहना है कि, उनके द्वारा 02 दिनों कि हाजरी कटौती के संबंध में ग्राम रोजगार सहायक से पूछने पर रोजगार सहायक के द्वारा बोला गया कि, मैंने तो जिसकी जैसी उपस्थिति के अनुसार सभी मजदूरों कि 06 दिनों कि हाजरी डाल कर मस्टररोल को जनपद पंचायत बिलाईगढ़ में जमा कर दिया हुँ, अब 02 दिनों कि हाजरी कहाँ गुल हो गईं मै नहीं बता सकता
**अब ये किसकी लापरवाही हैं मनरेगा मजदूरों को समझ पाना मुश्किल है रोजगार सहायक कि है या मनरेगा विभाग की **
लेकिन केंद्र सरकार नें ज़ब से मनरेगा में हो रहें भ्रस्टाचार को रोकने के लिये NMMS (नेशनल मोबइल मानिटरिंग सिस्टम ) लागु किया है तब से मजदूरी भुगतान मस्टररोल कॉपी के अनुसार नहीं होती हैं बल्कि भुगतान मोबाइल के द्वारा अपलोड की गईं अटेंडेंन्स (हाजरी ) के हिसाब से होती हैं,