
अम्बेडकर नगर।
जनपद में अवैध रूप से संचालित गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इससे जहां भोले भाले ग्रामीणों से प्रवेश के नाम पर ये गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय अच्छा खासा पैसा वसूल लेते है वहीं इन विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य किस विद्यालय से जुड़ा है यह प्रवेश दिलाने वाले अभिभावकों को भी नहीं पता है।जिले में अवैध रूप से संचालित स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर सिर्फ नोटिस थमाई जा रही है। विभाग का दावा है नोटिस देकर स्कूल बंद करने को कहा गया है। फिलहाल शासन ने साफ कहा है कि अगर कोई स्कूल अवैध रूप से संचालित मिलता है तो एक लाख रुपये का जुर्माना और संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।इन विद्यालयों में हाईस्कूल व इण्टर स्तर तक के शिक्षक बच्चों का भविष्य बनाने के लिए लगे हुए है। अभी कुछ दिन पहले शिक्षा विभाग द्वारा अवैध रूप से संचालित स्कूलों को बंद कराने का कार्य किया जा रहा था।जिन्हे शुद्घ हिन्दी व अंग्रेजी भी नहीं आती है। क्षेत्र में इस प्रकार के संचालित हो रहे विद्यालयों की संख्या सौ से अधिक है।आलम यह है कि खंड शिक्षा अधिकारियों से जब बेसिक शिक्षा विभाग रिपोर्ट मांगता है, तो खंड शिक्षा अधिकारी एआरपी की रिपोर्ट पर निर्भर रहते हैं। उन्हीं की गोलमोल रिपोर्ट ऊपर भेजी जाती है। इस वजह से अधिकतर स्कूलों को कार्रवाई की सूची में नहीं शामिल किया जाता है।