
IPC में हुए बदलाव के बाद अब मर्डर की धारा 302 आईपीसी अब 103 BNS हो गई है। पुराने ज़माने की दंड संहिता में बदलाव के बाद अब धाराएं भी बदल गई है। IPC को भारतीय न्याय सहिंता यानि BNS के नाम से पुकारा जाएगा। जल्दी ही यह बदलाव लागू हो जायेंगे।
मोबाइल की रिकॉर्डिंग भी होगी सबूत…
अब तक भारत का कानून मोबाइल रिकॉर्डिंग को मान्यता नहीं देता था.. मगर BNS के तहत यह सबूत माना गया ।
इन सब कानूनों को समझाने को जिला स्तर पर पुलिस कर्मियों को ट्रेंड किये जाने का काम शुरू हो गया है। मुज़फ्फरनगर में पुलिस कर्मियों और अफसरो की ट्रेनिंग जारी है। जल्दी ही BNS लागू होगा।