
मर्यादा का पालन ही जीवन का अलंकरण-आशुतोष जी
लालगंज, प्रतापगढ़। क्षेत्र के सौंना सरैंया में आयोजित हुई श्रीमदभागवत कथा में कथाव्यास आशुतोष महराज जी ने कहा कि मनुष्य को जीवन में धार्मिक और संस्कारिक मर्यादा का सदैव पालन करना चाहिए। उन्होनें कहा कि सुदामा चरित्र से हमें यह प्रेरणा मिला करती है कि मनुष्य को सभी के प्रति आदर और प्रेम की भावना रखनी चाहिए। उन्होनें कहा कि सुदामा ने सदैव बिना स्वार्थ के निर्मल मन से भगवान वासुदेव के प्रति अपनत्व रखा। भगवान ने भी सुदामा के मान सम्मान के साथ धन वैभव से भी संतृप्त किया। समापन दिवस पर हुए भजन संकीर्तन में श्रद्धालु मंत्रमुग्ध दिखे। कथा की आयोजिका धनपति देवी ने व्यासपीठ का पूजन अर्चन किया। सह संयोजक शिक्षक नागेश तिवारी ने श्रद्धालुओं का रोली अभिषेक किया। महाप्रसाद वितरण में शिवम तिवारी, हरीश पाण्डेय, सतीश पाण्डेय व उत्कर्ष तिवारी का सराहनीय योगदान दिखा। इस मौके पर समाजसेवी पं. रमाशंकर शुक्ल, डॉ. नागेश मिश्र, श्यामशंकर शुक्ल, मुन्ना मिश्र, पुल्लू शुक्ला, रमाकान्त दुबे, महन्थ द्विवेदी, अजय कृष्ण तिवारी, देवेन्द्र तिवारी एवं अधिवक्ता अरूण कुमार तिवारी तथा दिनेश शुक्ल आदि रहे।