
रा जेसुल्तानपुर (अंबेडकरनगर)। राजेसुल्तानपुर को नगर पंचायत का दर्जा मिले लगभग तीन वर्ष का समय बीत गया लेकिन नगर क्षेत्र में संचालित 12 परिषदीय विद्यालयों में से दो में चारदीवारी का निर्माण नहीं हो सका है।
एक विद्यालय में न तो शौचालय की व्यवस्था है और न ही शुद्ध पेयजल की। ऐसे में संबंधित छात्र-छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
लगभग तीन वर्ष पहले जब राजेसुल्तानपुर को नगर पंचायत का दर्जा मिला था तो क्षेत्र के लोगों को उम्मीद बंधी कि अब उन्हें भी शहरी जैसी सुविधाएं मिलने लगेंगी। हालांकि समय बीतने के साथ ही उम्मीदें टूटने लगीं। शिक्षा क्षेत्र की बात करें तो यहां संचालित दो परिषदीय विद्यालय ऐसे हैं जहां या तो बाउंड्रीवॉल है ही नहीं या फिर आधी अधूरी है।
नगर पंचायत क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय जनेश्वरी बुजुर्ग में अब तक बाउंड्रीवॉल का निर्माण नहीं हो सका है। इससे संबंधित विद्यालय में पढ़ने वाले 50 से अधिक छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान बना हुआ है। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय सिसवां सिरसिया में बाउंड्रीवॉल अधूरी है। गेट तक नहीं लग सका है। और तो और न तो शौचालय की व्यवस्था है और न ही शुद्ध पेयजल की। इससे विद्यालय में पंजीकृत 21 छात्र-छात्राओं को प्यास बुझाने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिशासी अधिकारी लक्ष्मी चौरसिया ने बताया कि चुनाव बाद प्राथमिक विद्यालय सिसवा सिरसिया में पेयजल व शौचालय की व्यवस्था के साथ ही चारदीवारी का निर्माण पूरा कराया जाएगा। साथ ही कंपोजिट विद्यालय में बाउंड्रीवॉल निर्माण के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी।