
अंबेडकरनगर।
राजकीय मेडिकल कॉलेज में चार छात्रों की तरफ से मुख्यमंत्री के निजी सचिव व प्रमुख सचिव चिकित्सा को भेजे पत्र में महाविद्यालय के एक वरिष्ठ प्रोफेसर पर छात्रों को जातीय आधार पर भड़काने तथा एक वर्ग विशेष के छात्रों को उकसाने का आरोप लगाया है।
पत्र में कहा गया कि प्रोफेसर के इस रवैये से वे सब अत्यंत डरे सहमे हुए हैं। कार्रवाई न होने पर आत्महत्या की चतावनी दी है।
बीते दिनों मेडिकल कॉलेज में हुए विवाद के बाद अब छात्रों की तरफ से एक पत्र वायरल हुआ है। इसमें कुछ छात्रों के हस्ताक्षर हैं। पत्र में कहा गया कि वे सब एमबीबीएस सामान्य श्रेणी के छात्र हैं। यहां उनका लगातार उत्पीड़न हो रहा है। एक वरिष्ठ प्रोफेसर के नाम का उल्लेख करते हुए कहा गया कि उनके द्वारा अक्सर अन्य वर्ग के छात्रों को भड़काया जाता है।
छात्रों ने आरोप लगाया कि इन दिनों मेडिकल कॉलेज में जाति संबंधी विवाद भी इन्हीं प्रोफेसर के उकसावे पर हुआ है। आरोप लगाया कि प्रोफेसर द्वारा परीक्षा में फेल करा देने की धमकी भी दी जा रही है। छात्रों ने शासन से मांग किया कि संबंधित प्रोफेसर के विरुद्ध गोपनीय जांच कराते हुए कार्रवाई की जाए। कहा कि वे सब इतना डरे हैं कि न पढ़ाई छोड़ पा रहे हैं और न ही घर वापस जा पा रहे हैं। ऐसे में यदि प्रोफेसर पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे सब आत्महत्या करने को मजबूर होंगे।