
हाथरस
- सरकारी आदेशों उड़ाई जा रही है धज्जियां, एक सरकारी वेतन भोगी पा रहा है दो-दो वेतन
रविंद्र कुमार शर्मा स्थाई नियुक्ति प्राप्त जिला संगठन आयुक्त स्काउट भारत स्काउट और गाइड जिला हाथरस ने कहा कि एक षड्यंत्र रचकर मुझे उपरोक्त पद से हटाकर एक सरकारी अध्यापक श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह सरकारी अध्यापक श्री मानिकचंद इंटर कॉलेज लाढ़पुर हाथरस को जिला संगठन आयुक्त प्राइवेट एनजीओ भारत स्काउट और गाइड में बना दिया गया। उन्होंने कहा कि
शिक्षा महानिदेशक के अनुसार
प्रधानाचार्य एवं सहायक अध्यापकों को शिक्षण कार्य के अलावा किसी भी अन्य कार्य में न लगाया जाए।
पूर्व में भी शिक्षा महानिदेशक के द्वारा यह सख्त चेतावनी दी गई थी।
मगर श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह सरकारी अध्यापक अपने छात्रों को पढ़ाने के समय में महाविद्यालयों में प्राइवेट एनजीओ भारत स्काउट और गाइड के शिविर करा रहे हैं। प्राइवेट एनजीओ भारत स्काउट और गाइड के नाम पर सरकारी रिलीविंग भी लेते हैं। महाविद्यालयों से मानदेय एवं अन्य खर्चे भी प्राप्त करते हैं। एक सरकारी वेतन भोगी दो-दो वेतन पाता है।
सरकारी राजस्व की हानि एवं बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होता है। क्या श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह सरकारी अध्यापक सरकारी वेतन के साथ-साथ प्राइवेट एनजीओ भारत स्काउट और गाइड की आय को आयकर विभाग के फॉर्म में दर्शाते हैं।
श्री रविंद्र कुमार शर्मा ने प्राइवेट एनजीओ भारत स्काउट और गाइड जिला हाथरस के बैंक खाते की जांच की मांग करते हुए कहा कि श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह सरकारी अध्यापक को प्राइवेट एनजीओ भारत स्काउट और गाइड में उपरोक्त पद पर नियुक्त नहीं किया जा सकता।
मुझे पुन: जिला संगठन आयुक्त स्काउट पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए। इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य के अनुसार
श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह पर प्रादेशिक मुख्यालय लखनऊ से अभी तक नियुक्ति पत्र एवं अधिकार पत्र नहीं है, तो फिर वह किसके आदेश से वर्षों से प्राइवेट एनजीओ का कार्य कर रहे हैं। इसलिए कार्यकाल की जांच होना भी अति आवश्यक है।