
सिद्धार्थनगर। लोटन क्षेत्र के सिकरी चौराहे पर अयोजित विष्णु महायज्ञ में गोवर्धन पूजा की लीला का कलाकारों ने रविवार रात मंचन किया। कलाकारों ने भगवान की आरती के साथ लीला की शुरुआत की।जिसे देखकर दर्शक भाव विभोर हो गए।कलाकारों ने मंचन में दिखाया की नंद गांव में भगवान इंद्र के पूजन की तैयारी में 56 भोग बनाए जा रहे हैं। श्रीकृष्ण ने नंद बाबा से पूछा कि कैसा उत्सव होने जा रहा है। नंद बाबा ने कहा कि यह उत्सव इंद्र भगवान के पूजन के लिए हो रहा है। क्योंकि वर्षा के राजा इंद्र हैं। और उन्हीं की कृपा से बारिश हो सकती हैश्रीकृष्ण ने इंद्र के लिए हो रहे यज्ञ को बंद करा दिया और कहा कि जो व्यक्ति जैसा कर्म करता है, वैसा ही फल मिलता है। ऐसा होने के बाद इंद्र गुस्सा हो गए और भारी बारिश शुरू कर दी। जब पुरा गांव वर्षा के पानी में डूबने लगा। तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। इसके बाद से ही गोवर्धन पूजा का क्रम शुरू हुआ। गोवर्धन भगवान की पूजा सभी भक्तों को पं. के माध्यम से विधि विधान से कराई गई। वहीं कथा में नंदोत्सव के दौरान पूरा पंडाल खुशी से झूम उठा। इस दौरान आचार्य राजदेव पांडेय, जयशंकर उपाध्याय, संजय शुक्ल, दुर्गेश मधेशिया, बबलू शुक्ल, राम स्नेही, शिव कुमार, सुरेश यादव, दिनेश, मुकेश आदि मौजूद रहे।।