
आपको बता दे कि कटनी में कुठला थाना अंतर्गत थाना के पीछे पुरैनी मोहल्ला में स्थित एक निजी स्कूल में कनेक्शन और एवं ट्रांसफार्मर लगाकर विद्युत कनेक्शन देने के साथ अपनी जेब गर्म करने के लिए विद्युत अधिकारियों ने ऑफिशियल कागजों में पूरा खेल कर दिया जो निजी स्कूल को उद्योग की श्रेणी में दिखाकर विभाग को लाखों रुपए की चपत लगे सकता तो यह है कि सब आपस में मिल बाटकर खान की और खुद कोशिश के बाद अधिकारियों का तबादला होने के कारण जब कुर्सी पर बैठे नए अधिकारी को बराबर का हिस्सा दारी नहीं बनी तो कनेक्शन चार्ज नहीं किया गया जबकि पोल लगाकर लाइनइन खींच कर ट्रांसफार्मर लगाने के बाद भी बिजली चालू नहीं हुई तो फिर अब जाग मुसाफिर भोर भाई की तर्ज पर इसी हकीकत से पर्दा उठाने जिसकी शिकायत मध्य प्रदेश पूर्व विद्युत वितरण कंपनी के चीफ इंजीनियर से की गई
जिसमें साफ़ तौर से दर्शाया गया है कि एक
निजी स्कूल को विद्युत कनेक्शन देने के लिए लाइन खड़ी करके 65 केवीए का ट्रांसफार्मर लगा है जिसका पीएम अनुसार सुपरविजन शुल्क सहित अन्य शुल्क लिया जाना था लेकिन तत्काल कार्यपालिका मंत्री सर्वजन हिताय की तर्ज पर फायदा पहुंचाने के लिए सुपरविजन शुल्क नहीं दिया रघुनाथगंज पाठक गली निवासी श्री विपिन दुबे जी द्वारा आरोप लगाया गया है कि स्कूल को कागजों में औद्योगिक संस्थान दिखाकर छूट देते हुए विभाग को लगभग 20 लाख रूपए की चपत लगाई गई है लगभग 1 साल से लाइन और ट्रांसफार्मर लगने के बाद भी इसे अभी तक ना तो चार्ज किया गया ना ही हैंड ओवर किया गया