
अब मीटर रीडर ही सही करेगा आरडीएफ बिजली बिल
बिजली उपभोक्ताओं को आरडीएफ ( रीडिंग डिफेक्टिव फंक्शन ) बिल मीटर रीडिंग के मुताबिक संशोधित कराने के लिए वितरण खंड के एक्सईएन से लेकर उपकेंद्र के जेई के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे । अब वही मीटर रीडर बिल सही करेगा , जिसने मीटर को आरडीएफ दर्शाकर बिल बनाया होगा ।
मीटर रीडर यह का उपभोक्ता के घर पर करेगा । एक माह का जो आरडीएफ बिल लगभग 800 रुपये का बना होगा , वह सिस्टम से अपने आप खत्म होकर रीडिंग के हिसाब से रकम का बन जाएगा । इसके लिए बिलिंग सॉफ्टवेयर में बदलाव किया है । इस बदलाव से ही मीटर रीडर को आरडीएफ बिल को सही करने की सहूलियत मिली है । इस संबंध में पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ . आशीष गोयल ने बिलिंग सॉफ्टवेयर में किए गए बदलाव का सर्कुलर जारी कर यह सुविधा तत्काल प्रभाव से प्रदेश भर में लागू कर दी गई है ।