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शिक्षक रामकुमार तिनगुरिया का सेवानिवृत्ति पर हुआ सेवाभिनंदन*

*शिक्षक रामकुमार तिनगुरिया का सेवानिवृत्ति पर हुआ सेवाभिनंदन*
(श्री तिनगुरिया ने विद्यालय के बच्चों को ठंड से बचने दी इनर और बच्चों को बैठने हेतु प्रदान की 15 ड्यूलडेक्स)
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समीपस्थ ग्राम खुरसीपार के प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ प.रामकुमार तिनगुरिया की अधिवार्षिकी पूर्ण होने पर विदाभिनंदन समारोह जिला पंचायत सदस्य सुश्री अंजु शुक्ला, पं विश्वनाथ स्थापक, पं रमाशंकर दुबे, वरिष्ठ साहित्यकार कुशलेन्द्र श्रीवास्तव, सेवानिवृत्ति प्राचार्य राजेश बरसैंया, साई श्रद्धा सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ब्रिजपुरिया के विशिष्ट आतिथ्य एवं ग्राम के सरपंच मनोज दुबे की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, कार्यक्रम का श्रीगणेश विद्या की देवी सरस्वती की पूजन से हुआ उपरांत सरस्वती वन्दना शा. उ. मा. विद्यालय की छात्राओं कु.मुस्कान,राधिका,आरती द्वारा गायी गयी, सरस्वती पूजन के पश्चात मंचासीन अतिथियों ने सेवानिवृत्त हो रहे श्री तिनगुरिया का पुष्पहारों से स्वागत कर पगड़ी पहनायी पश्यात मंचासीन व सभी अतिथियों का विद्यालय परिवार एवं तिनगुरिया परिवार द्वारा स्वागत किया गया, स्वागत गीत विद्यालय की छात्राओं कु.पूजा,नेहा,आरती ने प्रस्तुत किया, स्वागत उद्बोधन संस्था के प्राचार्य पुरुषोत्तम पाल ने करते हुये सभी अतिथियों एवं उपस्थितजनों का शब्दों के माध्यम से स्वागत किया, श्री तिनगुरिया के सेवा काल को स्मरण करते हुये शिक्षिका श्रीमती मंजुला शर्मा ने कहा कि हम सभी आदरणीय तिनगुरिया जी को दादाजी कहते हैं और इनका व्यवहार भी विद्यालय परिवार पर वुजुर्गो की भांति रहा है प्रत्येक सदस्य का आप ख्याल रखते थे तथा जहां जिसको जरूरत रहती मदद करते थे, राज्य शिक्षक संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष नगेन्द्र त्रिपाठी ने तिनगुरिया जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आदरणीय का स्नेह, आत्मीयता को हम सभी हमेशा याद करेगें, उनका स्वाभाव वटवृक्ष की भांति रहा है जिसकी छांव मे अनेक लोगो को आश्रय मिलता रहा है, सेवानिवृत्त प्राचार्य श्री बरसैंया ने श्री तिनगुरिया को सबका सहयोगी बतलाया उन्होंने कोराना काल का उल्लेख करते हुए कहा कि उस अवधि में आपका सहयोग अविस्मरणीय है, खुरसीपार विद्यालय आपने बहुत कुछ किया है आपने अपनी सेवानिवृत्ति पर विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को ठंड से बचने हेतु इनर एवं बैठने के लिए पंद्रह बेंच भी भेंट की है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुशलेन्द्र श्रीवास्तव ने श्री तिनगुरिया के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला तथा आगामी जीवन सुखमय व्यतीत हो ऐसी कामना की, कार्यक्रम अध्यक्ष, ग्राम के प्रथम नागरिक सरपंच पं मनोज दुबे ने बताया कि तिनगुरिया जी ने मुझे पढाया है और उनके पढे अनेक विद्यार्थी श्रेष्ठ कार्यो में लगे हुये हैं, संस्था के शिक्षक नरबर सराठे द्वारा अभिनंदन पत्र का सास्वर वाचन किया गया, इसके साथ ही रधुवीर शर्मा,श्री स्थापक, प्रदीप विजपुरिया ने भी अपने विचार रखे, कार्यक्रम का कुशल संचालन संस्कृत भाषा में पं अवशेष उपाध्याय ने तथा आभार संस्था के शिक्षक प्रदीप शर्मा ने व्यक्त किया, गरिमामयी आयोजन में सेवानिवृत्त प्राचार्य श्रीराम वर्मा,संदीप स्थापक (बीआरसी) अनिल स्थापक,रमाकांत शुक्ला,आनद चौकसे, वेणीशंकर पटेल, विनोद कौरव, चन्द्रकांत साहू, के के दुबे, अर्जुन मेहरा, देवीसिंह कीर(जनशिक्षक), संजय गुप्ता, श्रीमती राधा शर्मा, श्रीमती शकुन्तला मांझी, श्रीमती पुष्पलता ठाकुर,अनिल मेहरा,श्रीमती निशा शर्मा, सीमा तिवारी, श्रीमती ज्योति चडार, शुभम दीक्षित, श्रीमती संगीता मटोल्या,दीपक तिनगुरिया के साथ अन्य शिक्षकों एवं ग़ाम के नागरिकों ने बडी संख्या में अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की। विद्यालय परिवार द्वारा बेंड बाजों के साथ श्री तिनगुरिया को उनके निवास स्थान तक चलकर विदाई दी।

AKHAND BHARAT NEWS

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