
खुशियों की दास्तां
शहडोल 2 जून 2025- जिला चिकित्सालय शहडोल के एसएनसीयू की टीम को सात माह में ही पैदा हुई 1.80 किलोग्राम की बच्ची को नया जीवन देने में सफलता मिली है।
शहडोल जिले के ग्राम सिंधली निवासी सोना बाई पाव पति मोहे लाल पाव को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केशवाही से डिलेवरी के लिए (जो कि सात माह की गर्भवती थी ) जिला चिकित्सालय शहडोल रेफर किया गया था। जिला अस्पताल पहुँचते ही एक कमजोर बच्ची का जन्म हुआ, बच्ची मात्र 7 माह मे ही पैदा हुई, जिसका वजन 1 किलो 80 ग्राम था। बच्ची के समय से लगभग 2 माह पहले जन्म लेने के कारण वह बहुत कमजोर थी, जिसके कारण सांस लेने मे दिक्कत हो रही थी। बच्ची के स्वास्थ्य की हालत को देखते हुए चिकित्सकों द्वारा तत्काल जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कर इलाज चालू किया गया। बच्ची को ऑक्सीजन में रखते हुए सपोर्टिंव ट्रीटमेंट चालू किया गया। समय से पहले और कम वजन के जन्मे बच्चो मे बहुत जटिलताएं होती है। डॉक्टरों एवं एसएनसीयू टीम की सतर्कता एवं उनके अथक प्रयासों से 45 दिन बाद बच्ची का लगातार वजन बढ़ने लगा और बच्ची पूर्णतः स्वस्थ्य हो गई है। अब बच्ची का टीकाकरण करके एसएनसीयू वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
बच्ची की माता सोना बाई ने कहा कि प्रदेश सरकार शासकीय जिला चिकित्सालयों में बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रही है। जिसका लाभ हर वर्ग के लोगो को मिल रहा है। मेरी बच्ची का ईलाज भी जिला चिकित्सालय शहडोल में किया गया, जहां जिला अस्पताल के डॉक्टरों एवं एसएनसीयू टीम के प्रयासों से मेरी बच्ची को नया जीवन मिला है। इसके लिए मै प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं डॉक्टर, एसएनसीयू टीम को धन्यवाद देती हूं।
बच्ची के उपचार में डॉक्टर्स की टीम मे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार हथगेल (इंचार्ज एसएनसीयू) डॉ. दीपशिखा नामदेव, डॉ. बृजेश पटेल, डॉ. सुप्रिया, सभी नर्सिंग ऑफिसर, एवं सपोर्ट स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।